सैयदराजा स्टेशन पर शराब पकड़ कर तस्करों से RPF ने कर ली डील
शराब तस्करों से डीलिंग कर छोड़ा
आधी अधूरी शराब दिखाने की चर्चा
अब जीआरपी व आरपीएफ के बीच ठनी
अब कमाडेंट तक पहुंचा है मामला
चंदौली जिले के सैयदराजा स्टेशन पर शुक्रवार की सुबह पैसेंजर ट्रेन से सैयदराजा स्टेशन आरपीएफ के जवानों द्वारा पांच बैग शराब पकड़ने का मामला सुर्खियों में है, क्योंकि शराब पकड़ने के बाद तस्करों को छोड़ने तथा उनके माल को सही तरीके से दाखिल न करने का मामला मीडिया में खूब चर्चित हो रहा है। अब तो यह कहा जा रहा है कि सैयदराजा चेक पोस्ट के लोगों द्वारा शराब की बरामदगी नहीं की गई थी।
वहीं इस बरामदगी के लिए सैयदराजा स्टेशन पर एक सफेद रंग की गाड़ी आई, जिसमें सवार उप निरीक्षक इंद्र कुमार, रामानंद यादव, शैलेंद्र, संतोष और रविकांत, गौतम सम्मिलित रहे और इन लोगों द्वारा तस्करों को पकड़ा गया, जिसके बाद उन्हे छोड़ देने की चर्चाएं जोरों पर है। जिसमें शराब तस्कर पिंटू चौहान, टुनटुन, संदीप कुमार एवं मनीष कुमार पकड़े गए थे और उनके पास से जो बैग बरामद हुए थे। उनमें कई कंपनियों की अंग्रेजी शराब बरामद की गई थी। लेकिन बाकी शराब को इधर उधर कर दिया गया। केवल नाममात्र की शराब दिखायी गयी।
बताया जा रहा है कि पकड़ी गयी शराब पूरी तरीके से जीआरपी में दाखिल भी नहीं की गयी। जब मीडिया में खबर चलनी शुरू हुयी तो इसमें खानापूर्ति शुरू होगी। जाने के कारण मामला तूल पकड़ता गया।
वहीं इस मामले में सूत्रों की माने तो यह भी कहा जा रहा है कि मानसनगर प्रभारी निरीक्षक व कारखास तथा टीम द्वारा जबरन सैयदराजा जीआरपी पोस्ट पर तैनात हृदय नारायण यादव, रविंद्र तथा सुशील कुमार द्वारा शराब दाखिल कराने की कोशिश की गयी। जबकि इस मामले में मानस नगर प्रभारी रंजीत कुमार ने बताया कि आरपीएफ मानस नगर पोस्ट ने लावरिस हालात में शराब पकड़ी थी, जो कुछ भी विवाद है उसके बारे में केवल उच्चाधिकारी ही बता पाएंगे।
अब देखना है कि इस मामले को आरपीएफ कमांडेंट किस तरह जांच करते हैं और ऐसे कृत्य करके रेलवे सुरक्षा बल को बदनाम करने वालों को क्या दंड देते हैं।