श्रमजीवी पत्रकार यूनियन चंदौली के बैनर बैठक, वैश्विक पर्यावरण जलवायु संकट पर संगोष्ठी 
 

चंदौली जिले के श्रमजीवी पत्रकार यूनियन उत्तरप्रदेश जिला इकाई चंदौली के तत्वाधान में मुंसफ कटरा स्थित सभागार में वर्ल्ड प्रेस फ्रीडम डे के मौके पर वैश्विक पर्यावरण जलवायु संकट पर एक संगोष्ठी का आयोजन किया गया
 

श्रमजीवी पत्रकार यूनियन की पहल

वर्ल्ड प्रेस फ्रीडम डे के मौके पर आयोजन

वैश्विक पर्यावरण जलवायु संकट पर की गयी संगोष्ठी

 

चंदौली जिले के श्रमजीवी पत्रकार यूनियन उत्तरप्रदेश जिला इकाई चंदौली के तत्वाधान में मुंसफ कटरा स्थित सभागार में वर्ल्ड प्रेस फ्रीडम डे के मौके पर वैश्विक पर्यावरण जलवायु संकट पर एक संगोष्ठी का आयोजन किया गया, जिसमें यूनियन से जुड़े दर्जनों पत्रकार मौजूद रहे।

 इस मौके पर पूर्वी उत्तरप्रदेश के संयोजक करुणापति तिवारी ने कहा कि विश्व का कोई भी कोना जलवायु परिवर्तन के विनाशकारी परिणामों से अछूता नहीं है। बढ़ता तापमान इसका कारण है। इसमें कमी तभी आएगी जब हम पेड़ लगाएंष आज पेड़ की आवश्यकता सभी जगहों पर है।

 जिलाध्यक्ष राकेश शर्मा ने कहा कि कई क्षेत्रों में सदियों से फल-फूल रहे फसलें संघर्ष कर रही हैं, जिससे खाद्य सुरक्षा और अधिक अनिश्चित हो गयी। इस तरह के प्रभाव मुख्य रूप से गरीबों और कमजोर लोगों पर पड़ते हैं। सैयदराजा के महामंत्री अमिय कुमार पांडेय ने कहा कि ग्लोबल वार्मिंग से दुनिया के सबसे अमीर और सबसे गरीब देशों के बीच आर्थिक उत्पादन बढ़ने की संभावना है। वैश्विक पर्यावरण जलवायु संकट का मुख्य उद्धेय तभी सार्थक होगा जब हम सुधरेंगे। 

वहीं सूर्यप्रकाश सिंह तहसील अध्यक्ष मुगलसराय ने कहा कि वैश्विक पर्यावरण संकट की यह स्थिति है कि आज लगभग 500 मिलियन लोग कटाव से प्रभावित क्षेत्रों में रहते है, जबकि इसके परिणामस्वरूप 30 प्रतिशत तक भोजन नष्ट हो जाता है या बर्बाद हो जाता है। इसी बीच जलवायु परिवर्तन पीने और कृषि के लिए पानी की उपलब्धता और गुणवत्ता को सीमित करता है।

 इस मौके पर अमित पाण्डेय, अभिलाष नारायण पांडेय, पंकज  तिवारी, सुशील शर्मा, मकबुल आलम, आज़ाद,  राजकुमार, अर्चना देवी, शीला देवी, शीला गुप्ता, लक्ष्मीना देवी, आभा चौरसिया, कृष्ण चंद्र सर्राफ, प्रेमनाथ शर्मा, चंद्रशेखर शर्मा मौजूद रहे।