सभी हेल्थ एंड वेलनेस सेंटरों पर 29 सितंबर को मनाया जाएगा विश्व हृदय दिवस, ये होंगे कार्यक्रम
देश भर के 77,786 आयुष्मान भारत – हैल्थ एंड वेलनेस सेंटरों पर 29 सितंबर को पहली बार विश्व हृदय दिवस के रूप में मनाया जाएगा। हृदय संबंधी रोगों (सीवीडी) की रोकथाम को बढ़ावा देने और ज़्यादा से ज़्यादा लोगों को स्वस्थ जीवन शैली अपनाने के लिए प्रोत्साहित करने के उद्देश्य से सरकार ने अब इस दिन को हैल्थ एंड वेलनेस सेंटरों के वार्षिक स्वास्थ्य कैलेंडर में शामिल कर लिया है। इस साल की थीम 'यूज़ हार्ट टू कनेक्ट' है।
राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन के संयुक्त सचिव विशाल चौहान ने इस दिवस को मनाने से संबन्धित विस्तृत दिशा-निर्देश जारी करते हुए सभी राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों के अतिरिक्त मुख्य सचिवों, प्रमुख सचिवों और सचिवों को पत्र भेजा है। अपने पत्र में उन्होंने संबन्धित अधिकारियों को युवा एवं खेल विभाग, महिला एवं बाल विकास विभाग, ग्रामीण विकास विभाग, स्वयं सहायता समूहों और शहरी और ग्रामीण स्थानीय निकायों के स्थानीय प्रतिनिधियों के साथ समन्वय स्थापित करते हुए कार्यक्रम का सफल आयोजन सुनिश्चित करने के लिए कहा है। इसके साथ ही कोविड-19 को देखते हुए सभी गतिविधियों के संचालन में कोविड-उपयुक्त व्यवहार का कड़ाई से पालन करने के निर्देश भी दिये हैं।
गैर-संचारी रोगों (एनसीडी) से होने वाली मौतों की संख्या में एक बड़ा हिस्सा अभी भी हृदय संबंधी रोगों का है। ऐसे में हैल्थ एंड वेलनेस सेंटरों पर विश्व हृदय दिवस का आयोजन ग्रामीण और शहरी लोगों के बीच हृदय संबंधी रोगों और इनके लक्षणों और बचाव के उपायों के बारे में जागरुकता पैदा करने के लिए एक आदर्श मंच प्रदान करेगा। श्री चौहान ने कहा है कि इस अवसर पर हैल्थ एंड वेलनेस सेंटरों पर हृदय संबंधी रोगों की रोकथाम और प्रबंधन में सुधार के लिए विभिन्न गतिविधियों का आयोजन किया जाएगा।
पत्र के अनुसार, हैल्थ एंड वेलनेस सेंटरों पर एक दिवसीय हृदय शिविर का आयोजन किया जाएगा, जिसमें योग और प्राणायाम के साथ लोगों का स्वास्थ्य परीक्षण किया जाएगा। इसमें उनके ब्लड प्रैशर, ब्लड शुगर, और हीमोग्लोबिन की जांच के साथ-साथ बीएमआई भी लिया जाएगा। किशोरों में हृदय संबंधी रोगों पर चर्चा और उनके शीघ्र निदान व उपचार पर ज़ोर देते हुए वेबिनार का आयोजन किया जाएगा, जिसमें युवा रोल मॉडल/चैंपियन को भी आमंत्रित किया जाएगा।
स्थानीय अनाज और अन्य खाद्य पदार्थों को बढ़ावा देने के लिए आंगनवाड़ी केंद्रों द्वारा स्थानीय स्वयं सहायता समूहों की महिलाओं के साथ मिलकर रेसिपी प्रतियोगिताएँ आयोजित की जाएँगी। दूसरी ओर, किशोर-किशोरियों और पियर एजुकेटरों को प्रश्नोत्तरी, पोस्टर प्रतियोगिताओं और रोचक खेलों में भाग लेने के लिए प्रोत्साहित किया जाएगा। घरों, ऑनलाइन स्कूलों और कॉलेजों, हैल्थ एंड वेलनेस सेंटरों और वीएचएनडी आदि के माध्यम से विभिन्न आयुवर्ग के लोगों को 'स्वस्थ हृदय' की प्रतिज्ञा लेने के लिए प्रेरित किया जाएगा।
आशा कार्यकर्ता, पंचायती राज सदस्य, शिक्षक, छात्र और हैल्थ एंड वेलनेस एमबेसडर मिलकर जागरुकता रैलियां आयोजित करेंगे। आमजन को जागरुक करने के लिए आयोजन से पहले स्वस्थ हृदय के लिए शारीरिक गतिविधि का महत्व बताते हुए नुक्कड़-नाटक भी आयोजित किए जाएंगे। इसके अलावा फेसबुक, ट्विटर जैसे सोश्ल मीडिया माध्यमों के ज़रिये जागरुककता सामग्री साझा करने के लिए भी लोगों को प्रोत्साहित किया जाएगा। उत्तम पोस्ट को राज्य के ट्विटर हैंडल पर साझा किया जाएगा।