चोरी का मोबाइल फोन के साथ 2 चोर अरेस्ट, सरने गांव के रहने वाले हैं दोनों शातिर
अलीनगर पुलिस ने दो शातिर चोरों को दबोचा
चोरी का मोबाइल और नगदी बरामद
दो अलग-अलग चोरी की वारदातों में थे वांछित
चंदौली जिले में अपराध और अपराधियों के खिलाफ चलाए जा रहे अभियान के तहत अलीनगर पुलिस ने एक बड़ी सफलता हासिल की है। पुलिस अधीक्षक आदित्य लांग्हे के निर्देशन, अपर पुलिस अधीक्षक ऑपरेशन दिगम्बर कुशवाहा के नेतृत्व और क्षेत्राधिकारी पीडीडीयू नगर कृष्ण मुरारी शर्मा के मार्गदर्शन में अलीनगर थाने की टीम ने दो शातिर चोरों को गिरफ्तार कर उनके कब्जे से चोरी का मोबाइल फोन और 3210 रुपये नकद बरामद किए हैं।
गिरफ्तार किए गए आरोपियों के नाम दिनेश राम (20 वर्ष) पुत्र रामफली निवासी सरने, थाना अलीनगर तथा जयहिन्द (19 वर्ष) पुत्र पप्पू राम निवासी ग्राम सरने, थाना अलीनगर हैं। पुलिस ने इन्हें 07 अगस्त 2025 की शाम लगभग 6:40 बजे रामपुर नहर पुलिया के पास से दबोचा।
पुलिस के अनुसार, दोनों आरोपी थाना अलीनगर में दर्ज दो अलग-अलग चोरी की वारदातों में वांछित थे। पहली घटना 25 अप्रैल 2025 की है, जब आयुष्मान आरोग्य मंदिर (AAM) का दरवाजा तोड़कर वहां से इन्वर्टर, बैटरी और प्रिंटर चोरी कर लिया गया था। इस मामले में मुकदमा संख्या 128/2025 धारा 305(a) बीएनएस पंजीकृत किया गया था।
दूसरी घटना 2 अगस्त 2025 को घटी, जब एक महिला के घर से सोने का लकेट, दो जोड़ी चांदी के पायल, 11 हजार रुपये नकद, एक विवो मोबाइल फोन और अन्य कीमती सामान चोरी हो गया। इस मामले में मुकदमा संख्या 342/2025 धारा 305(a) बीएनएस दर्ज किया गया था।
पूछताछ में आरोपियों ने दोनों घटनाओं में अपनी संलिप्तता स्वीकार की। उन्होंने बताया कि 2 अगस्त को वे एक महिला के घर में घुसकर 11 हजार रुपये और मोबाइल फोन लेकर भागे थे, लेकिन जल्दबाजी में गहने रास्ते में कहीं गिर गए। वहीं 25 अप्रैल की घटना में चोरी किए गए सामान को उन्होंने कबाड़ी के हाथों 13 हजार रुपये में बेच दिया था, जिसे आपस में बांट लिया गया। आरोपियों ने खुलासा किया कि वे चोरी के पैसों का इस्तेमाल अपने शौक पूरे करने में करते हैं।
पुलिस ने दोनों मामलों में धारा 317(2) बीएनएस की बढ़ोत्तरी करते हुए आवश्यक वैधानिक कार्यवाही शुरू कर दी है। गिरफ्तारी और बरामदगी में शामिल पुलिस टीम में निरीक्षक विनोद कुमार मिश्रा, महिला उपनिरीक्षक अंजू यादव, उपनिरीक्षक अनन्त कुमार भार्गव, हेड कांस्टेबल महेन्द्र यादव, हेड कांस्टेबल श्रीकृष्ण प्रमुख थे।