लूट की बड़ी वारदात का खुलासा : मिर्जापुर के सभी 4 लुटेरे अरेस्ट, जानिए कैसे बनाया था निशाना

गिरफ्तार अभियुक्तों में से मोनू यादव और आकाश यादव के खिलाफ पहले से ही कई आपराधिक मुकदमे दर्ज हैं। इनमें 2024 और 2025 के गंभीर धाराओं में केस शामिल हैं।
 

फाइनेंस एजेंट से छिनैती करने वाले 4 अंतर्जनपदीय बदमाश गिरफ्तार

नकदी व बाइक समेत कई सामान बरामद

स्वाट और कन्दवा पुलिस की संयुक्त कार्यवाही में मिली सफलता

मिर्जापुर से जुड़े हैं सभी आरोपित

चंदौली जिले की पुलिस ने हाल ही में फाइनेंस कंपनी के एजेंट के साथ हुई लूट की घटना का सफल खुलासा कर दिया है। इस मामले में मिर्जापुर जनपद के चार अंतर्जनपदीय अभियुक्तों को गिरफ्तार कर उनके कब्जे से ₹70,800 नकद, सैमसंग टैबलेट और छिनी गई मोटरसाइकिल बरामद की गई है। यह गिरफ्तारी पुलिस अधीक्षक आदित्य लांग्हे के निर्देशन, अपर पुलिस अधीक्षक अनंत चन्द्रशेखर व क्षेत्राधिकारी सदर देवेन्द्र कुमार मौर्य के पर्यवेक्षण में थाना कन्दवा पुलिस और स्वाट सर्विलांस टीम की संयुक्त कार्यवाही में की गई।

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एजेंट को निशाना बना कर की गई थी लूट
यह घटना 18 जून 2025 की है, जब फाइनेंस कंपनी में कार्यरत प्रतीक सिंह, निवासी औराई, भदोही अपने कलेक्शन का कार्य समाप्त कर लौट रहे थे। शाम लगभग 5:30 बजे बरहनी के पास उन्हें घेरकर चार युवकों ने मारपीट कर उनसे 1,40,000 रुपए नकद, सैमसंग टैबलेट, एक मोबाइल फोन और स्प्लेंडर प्लस बाइक लूट ली थी। इस घटना ने जिले में सनसनी फैला दी थी।

ऐसे हुई अमड़ा तिराहे पर गिरफ्तारी 
थाना कन्दवा पुलिस टीम जब बरहनी क्षेत्र में संदिग्ध वाहनों की चेकिंग कर रही थी, तभी मुखबिर की सूचना पर अमड़ा तिराहे पर घेराबंदी कर दो संदिग्ध युवकों—मोनू यादव (23 वर्ष) और आकाश यादव (22 वर्ष)—को गिरफ्तार किया गया। कुछ ही देर में वहीं से दो अन्य युवकों—बहादुर यादव (24 वर्ष) और अरविंद पटेल (20 वर्ष)—को भी पुलिस ने धर दबोचा।

ऐसे रची लूट की साजिश 
पुलिस पूछताछ में चारों ने स्वीकार किया कि उन्होंने प्रतीक सिंह से मारपीट कर रकम और अन्य सामान लूटा था। उन्होंने बताया कि आकाश यादव फाइनेंस कंपनी में कार्य कर चुके हैं और उन्होंने ही सूचना दी थी कि प्रतीक सिंह के पास नियमित रूप से बड़ी राशि रहती है। इसके बाद सभी ने मिलकर साजिश रची और लूट को अंजाम दिया।

अभियुक्तों ने यह भी बताया कि छीनी गई राशि आपस में बराबर-बराबर बांट ली गई थी और टैबलेट को बिहार में बेचने की योजना थी, जिससे प्राप्त रकम भी आपस में बांट ली जाती।

अपराधियों का आपराधिक इतिहास भी उजागर
गिरफ्तार अभियुक्तों में से मोनू यादव और आकाश यादव के खिलाफ पहले से ही कई आपराधिक मुकदमे दर्ज हैं। इनमें 2024 और 2025 के गंभीर धाराओं में केस शामिल हैं। बहादुर यादव और अरविंद पटेल का भी आपराधिक इतिहास उजागर हुआ है, जिससे यह स्पष्ट है कि यह गैंग पहले से सक्रिय था और योजनाबद्ध ढंग से वारदातों को अंजाम देता रहा है।

बरामद सामान
पुलिस ने अभियुक्तों के पास से छीनी गई ₹70,800 नकद, एक सैमसंग टैबलेट, एक छीनी गई मोटरसाइकिल और दो अन्य मोटरसाइकिल (जिसमें एक पीड़ित की है और एक वारदात में प्रयुक्त हुई) को बरामद किया है।

पुलिस टीम की सराहनीय कार्यवाही
इस सफल अनावरण में प्रभारी निरीक्षक दयाराम गौतम, उपनिरीक्षक रविकांत चौहान, कांस्टेबल अजय कुमार, अजय वर्मा, सविनय सिंह, धर्मराज, हेड कांस्टेबल गिरिजाशंकर पटेल और एसओजी प्रभारी उपनिरीक्षक आशीष मिश्र व उनकी टीम की प्रमुख भूमिका रही।

जनपद चंदौली की यह कार्यवाही एक बार फिर यह साबित करती है कि पुलिस अपराधियों को बख्शने के मूड में नहीं है। अंतर्जनपदीय अपराधियों की गिरफ्तारी ने न सिर्फ एक बड़ी लूट का खुलासा किया, बल्कि आने वाले समय में इस तरह की साजिशों पर भी रोक लगाने का संकेत दिया है। जिले के नागरिकों ने पुलिस की तत्परता की सराहना की है और इस तरह की कार्रवाई को अपराध नियंत्रण की दिशा में बड़ा कदम माना है।