एक बार फिर पकड़ा गया लाखों का कैश, सोने-चांदी के कारोबार से जुड़ा है मामला
कोलकाता से बनारस का जुड़ा है कनेक्शन
सोने-चांदी व कैश के अक्सर पकड़े जाते हैं मामले
वैध दस्तावेज न मिलने पर आयकर विभाग करता है कार्रवाई
चंदौली के पंडित दीन दयाल उपाध्याय जंक्शन पर तैनात जीआरपी की टीम ने शुक्रवार को प्लेटफार्म के ओवरहेड पुल के नीचे से एक संदिग्ध व्यक्ति को दबोचते हुए उसके पास से लाखों रुपए बरामद किए हैं। हिरासत में लेने के बाद तलाशी के दौरान व्यक्ति के बैग से 43.45 लाख कैश बरामद हुआ है। पकड़ा गया व्यक्ति पैसे के बारे में कोई और जानकारी नहीं दे सका। ऐसी स्थिति में रेलवे पुलिस ने आयकर विभाग के अफसरों को जानकारी देकर उसे पैसे के साथ हैंड ओवर कर दिया। मामले में शुक्रवार को जीआरपी के सीओ कुंवर प्रभात सिंह ने आरोपी के गिरफ्तारी और बरामदगी का खुलासा किया।
सीओ कुंवर प्रभात सिंह ने जानकारी देते हुए बताया कि जीआरपी के प्रभारी निरीक्षक सुरेश कुमार सिंह हमराहियों के साथ स्टेशन पर संदिग्ध लोगों की जांच में जुटे थे। इसी बीच टीम के सदस्यों ने प्लेटफार्म संख्या एक और दो के बीच ओवरहेड पुल के नीचे पिट्ठू बैग लिए एक व्यक्ति को पूछताछ के लिए रोक लिया। पूछताछ के दौरान आशंका होने पर व्यक्ति के बैग की तलाशी ली गई। जिसमें से 43.45 लाख कैश बरामद हुआ। ऐसे में आरोपी को हिरासत में लेकर आयकर विभाग के अफसरों को सूचना दे दी गई। हिरासत में लिए गए व्यक्ति की शिनाख्त पश्चिम बंगाल जिले के बाना घाटात जिले के नरायनपुर गांव निवासी बुधन दोलाई के रूप में हुई।
सोने-चांदी की ज्वैलरी का है कारीगर
बरामद हुए रुपयों के बारे में हिरासत में लिए गए व्यक्ति ने बताया कि वह सोने-चांदी के ज्वैलरी का कारीगर है। कैश को वाराणसी से लेकर पश्चिम बंगाल अपने घर जा रहा था। परन्तु वैध दस्तावेज नहीं होने के चलते जीआरपी की टीम ने उसे दबोच लिया है।
इसको पकड़ने वाली टीम में एसआई रमेश चंद्र, मुन्ना लाल, अश्वनी कुमार, अफजल अब्बास जैदी आदि शामिल रहे।