नरकटी जंगल से होती है पशुओं की पैदल तस्करी, पकड़े गए 5 पशु तस्कर
नौगढ़ थाने की पुलिस को मिली सफलता
81 जानवरों को किया बरामद
बिहार और यूपी के तस्कर मिलकर करते हैं काम
जानिए कैसे करते हैं पशु तस्करी का काम
चंदौली जिले के नौगढ़ थाने की पुलिस ने बुधवार को नरकटी जंगल में चेकिंग के दौरान पांच अंतरप्रांतीय तस्करों को दबोचते हुए 81 जानवरों को बरामद करते हुए पशु तस्करों को एक बड़े गिरोह को पकड़ा है, जो जंगल के रास्ते पशुओं को लेकर बिहार प्रांत जाने का कारोबार करते हैं। नौगढ़ पुलिस ने गस्त के दौरान उन्हें हिरासत में ले लिया। पुलिस के द्वारा हिरासत में लिए गए तस्कर बिहार, सोनभद्र और मिर्जापुर जिले के निवासी बताए जा रहे हैं।
चंदौली जिले के एसपी अंकुर अग्रवाल ने पशु तस्करी के कारोबार पर पूर्ण रूप से लगाम लगाने के लिए फरमान जारी किया है। एसपी के आदेश पर नौगढ़ थानाध्यक्ष अतुल कुमार बुधवार को जंगल में नरकटी गांव के समीप गस्त कर रहे थे। इसी दौरान पुलिस ने 81 गोवंश को बरामद कर लिया। वहीं पांच पशु तस्कर भी जांच के दौरान पुलिस के हत्थे चढ़ गए।
पशु तस्करों ने गिरफ्तारी के बाद पुलिस को बताया कि वह बिहार के रास्ते इन्हें वध के लिए बंगाल ले जा रहे थे। गिरफ्तार किए गए तस्करों की शिनाख्त बिहार प्रांत के भभुआ जिले के चांद थानाक्षेत्र के जगदीशपुर निवासी प्यारे चौहान, मन्तोष चौहान, बाला चौहान, मिर्जापुर जिले के सुशील मिश्रा, सोनभद्र के सुरेन्द्र यादव के रूप में की गयी है।
पूछताछ के दौरान तस्करों ने पुलिस को बताया कि हम लोग इधर उधर के गांवों से गोवंश को सस्ते दामों में खरीद कर जंगल के रास्ते पैदल बध हेतु पश्चिम बंगाल ले जाकर अधिक दामों पर बेच देते हैं।इस काम में काफी दिनों से लगे हैं।
पशु तस्करों को पकड़ने वाली टीम में थानाध्यक्ष अतुल कुमार, लल्लन राम बिन्द, शिवानन्द वर्मा, रामधनी सिंह, रविन्द्र नाथ, छोटेलाल सरोज, संदीप कुमार यादव, पवन कुमार, रोहित यादव, भूपेन्द्र प्रताप, निखिलेश कुमार, सूरज कुमार शामिल रहे।