रेलवे में नौकरी दिलाने के नाम पर करते थे वसूली, बलुआ पुलिस ने बाप बेटे को भेजा जेल
चंदौली के बलुआ थानाध्यक्ष राजीव सिंह ने बुधवार को दो शातिर ठग पिता-पुत्र को गिरफ्तार कर किया है। दोनों युवाओं को सरकारी नौकरी दिलाने के नाम पर करोड़ों रुपये ऐठ चुके हैं। हालांकि जांच के दौरान पुलिस ने दबोच लिया। उनके पास से बैंक में लेनदेन की पर्ची और मोबाइल सेट बरामद हुआ है।
बलुआ थाना के रैया गांव निवासी पारसनाथ यादव और उसका पुत्र भुपेंद्र यादव काफी दिनों से भोले - भाले नौजवानों को नौकरी के नाम पर ठगने का काम कर रहे थे। इसको लेकर उनके खिलाफ पुलिस थाने में मुकदमा भी दर्ज है। बुधवार को थानाध्यक्ष राजीव सिंह ने सूचना के बाद दोनों को घेरेबंदी कर टेढ़ी पुलिया के समीप गिरफ्तार कर लिया।
थानाध्यक्ष ने बताया कि मुख्य आरोपित पारसनाथ यादव सेना से रिटायर्ड है। इसके बाद से ही सिद्धार्थनगर जिले में बैंक में सुरक्षा गार्ड की नौकरी करता है। मुख्य आरोपी ने स्वीकार किया कि अपने गांव व आसपास के कई युवाओं से रेलवे में नौकरी दिलाने के नाम पर 5 से 10 लाख रुपये तक लिये और बाद में उन्हें फर्जी नियुक्ति पत्र पकड़ा दिया। बाद में सच्चाई उजागर होने के बाद लोगों की रकम वापस करने का खतरा मंडराने लगा। ऐसे में पिता-पुत्र घर छोड़कर फरार हो गए थे। बुधवार को किसी कार्य के लिए बलुआ आए तो पुलिस के हत्थे चढ़ गए।