साइबर ठगी का शिकार हुआ यहां का विजय, OTP मिलते ही ठगों ने उड़ाए 45 हजार
 

ओटीपी बताने के बाद काल डिस्कनेक्ट हो गया और कुछ ही देर में उनके खाते में रहा 45 हजार गायब हो गया। मोबाइल पर 45 हजार डेविड होने का मैसेज पढ़ते ही विजय कुमार का होश उड़ गया।
 

 OTP बताकर ठगे जा रहे लोग

जागरूक होने की है जरूरत

किसी को फोन पर न दें अपनी व्यक्तिगत डिटेल

चंदौली जिले में अपराध पर रोकथाम के लिए तमाम प्रयास के बाद भी साइबर क्राइम रुकने का नाम नहीं ले रहा है। हर जगह अपराधी सक्रिय होते जा रहे हैं। वहीं गांव की भोली-भाली जनता आए दिन ठगी का शिकार हो रही है। बावजूद इस तरह के अपराधों पर रोक लगाने में शासन प्रशासन का प्रयास अब तक विफल साबित होता रहा है।

  बताते चलें कि साइबर ठगी का एक मामला चकिया कोतवाली क्षेत्र के सैदूपुर कस्बा में बीते 5 दिसंबर को घटित हुई। कस्बा निवासी विजय कुमार सिंह के मोबाइल नंबर पर एक कॉल 88225-66206 नम्बर से आया और उसने अपने को जिओ कंपनी का अधिकारी बताकर उपभोक्ता विजय कुमार को कंपनी के तरफ से कोई ऑफर का प्रलोभन देकर ओटीपी मांगा। जिस पर उसके प्रलोभन में आकर विजय ने उसे ओटीपी बता दिया।

ओटीपी बताने के बाद काल डिस्कनेक्ट हो गया और कुछ ही देर में उनके खाते में रहा 45 हजार गायब हो गया। मोबाइल पर 45 हजार डेविड होने का मैसेज पढ़ते ही विजय कुमार का होश उड़ गया और उसने तुरंत अपने पेटीएम अकाउंट को खोला तो वह हैक हो चुका था और मोबाइल पर पेटीएम का एप्लीकेशन पूरा ब्लैक दिखाई देने लगा। उसके बाद उसने कई सीएससी केंद्र संचालकों को आपबीती बताते हुए जानकारी ली तो मालूम हुआ वह ठगी का शिकार हो चुका है। इसके बाद  उसके खाते से 45 हजार उड़ाया जा चुका है।

घटना के दूसरे दिन भुक्तभोगी विजय ऑनलाइन एफआईआर दर्ज कराते हुए साइबर क्राइम विभाग को स्थिति से अवगत कराते हुए लिखित तहरीर भी दिया है। जिस पर भुक्तभोगी को जल्द ही घटना का पर्दाफाश करने और साइबर अपराधी के विरुद्ध कार्रवाई किए जाने का आश्वासन मिला है।