बंगाल की ओर फिर जाने लगे हैं कछुए, दून एक्सप्रेस से किए गए बरामद
 

ट्रेन के जनरल कोच की जांच के दौरान कोच सख्या डी-102 में एक सीट के नीचे चार बोरियां रखी हुईं थीं। इसके बारे में पूछने पर किसी ने अपना नहीं बताया। इसकी जांच की गई तो इसमें कछुए भरे थे। बोरी को थाने लाकर गिनती की गई तो कुल 62 कछुए बरामद हुए।
 

कछुआ तस्करों के खिलाफ चलेगा अभियान

तस्करी के लिए जा रहे 62 कछुए बरामद

चंदौली व आसपास के जिलों में ठंड की शुरूआत होते ही ट्रेनों से कछुओं के तस्करी शुरू हो गयी है। सक्रिय तस्करों ने ट्रेन को माध्यम बनाया है। मंगलवार की रात पंडित दीनदयाल उपाध्याय रेलवे स्टेशन पर रेलवे सुरक्षा बल और राजकीय रेलवे पुलिस की संयुक्त जांच में तस्करी कर ले जाए जा रहे 62 कछुए बरामद हुए। दून एक्सप्रेस के जनरल कोच में बोरों में कछुओं को लावारिस हालत में रखे गए थे।

ट्रेनों में व रेलवे स्टेशन व सर्कुलेटिंग एरिया में अपराधियों की धरपकड़ के लिए लगातार अभियान चलाया जा रहा है। इसी क्रम में मंगलवार की शाम जीआरपी प्रभारी निरीक्षक सुरेश कुमार सिंह और आरपीएफ निरीक्षक संजीव कुमार के नेतृत्व में संयुक्त टीम जांच पड़ताल कर रही थी। रात साढ़े 11 बजे योग नगरी ऋषिकेश से हावड़ा जा रही दून एक्सप्रेस स्थानीय रेलवे स्टेशन के प्लेटफार्म संख्या तीन पर पहुंची।

ट्रेन के जनरल कोच की जांच के दौरान कोच सख्या डी-102 में एक सीट के नीचे चार बोरियां रखी हुईं थीं। इसके बारे में पूछने पर किसी ने अपना नहीं बताया। इसकी जांच की गई तो इसमें कछुए भरे थे। बोरी को थाने लाकर गिनती की गई तो कुल 62 कछुए बरामद हुए।

मामले में जीआरपी निरीक्षक सुरेश सिंह और आरपीएफ निरीक्षक संजीव कुमार ने बताया कि कछुओं को कहां ले जाया जा रहा था, इसका पता नहीं चला। हालांकि अनुमान है कि देहरादून से कछुओं को पश्चिम बंगाल ले जाया जा रहा होगा। कछुओं को चंदौली वन विभाग के हवाले कर दिया गया है। कछुआ तस्करों के खिलाफ अभियान लगातार जारी रहेगा।