बलुआ पुलिस को दोहरी सफलता, दो वांछित वारण्टी अभियुक्त गिरफ्तारी

एनडीपीएस एक्ट और आर्म्स एक्ट से जुड़े पुराने मामलों में वांछित चल रहे दो आरोपियों को पुलिस ने गिरफ्तार कर जेल भेज दिया।
 

बलुआ पुलिस ने दो वांछित अभियुक्तों को किया गिरफ्तार

एनडीपीएस एक्ट में फरार चल रहे आरोपी को दबोचा गया

आर्म्स एक्ट और गैंगस्टर एक्ट के अभियुक्त की गिरफ्तारी

चंदौली जिले की बलुआ थाना पुलिस को मंगलवार को दो अलग-अलग मामलों में बड़ी सफलता हाथ लगी है। एनडीपीएस एक्ट और आर्म्स एक्ट से जुड़े पुराने मामलों में वांछित चल रहे दो आरोपियों को पुलिस ने गिरफ्तार कर जेल भेज दिया। इन दोनों अभियुक्तों के खिलाफ न्यायालय से गिरफ्तारी वारंट (NBW) व 82 सीआरपीसी की नोटिस पहले ही जारी हो चुकी थी।

आपको बता दें कि पुलिस अधीक्षक आदित्य लांग्हे के निर्देशन में जिले भर में वांछित और वारण्टी अभियुक्तों के खिलाफ अभियान चलाया जा रहा है। उसी के क्रम में यह कार्रवाई अपर पुलिस अधीक्षक अनंत चन्द्रशेखर और सीओ सकलडीहा रघुराज के पर्यवेक्षण में की गई।

एनडीपीएस एक्ट के आरोपी विनोद यादव गिरफ्तार

पहले मामले में वर्ष 2014 में दर्ज एनडीपीएस एक्ट से संबंधित केस में वांछित चल रहे विनोद यादव उर्फ विजयी यादव पुत्र स्व. बनारसी यादव, निवासी महगांव, थाना बलुआ को उपनिरीक्षक राजेश कुमार सिंह ने टीम के साथ गिरफ्तार किया। यह गिरफ्तारी ग्राम महगांव से की गई। अभियुक्त के विरुद्ध मुक़दमा अपराध संख्या 116/14 धारा 8/20 एनडीपीएस एक्ट दर्ज है।

गिरफ्तारी टीम में उपनिरीक्षक राजेश कुमार सिंह, कांस्टेबल शिशिर यादव शामिल रहे।

गैंगस्टर और एनडीपीएस एक्ट में वांछित बीरबल यादव धराया

दूसरे मामले में कुख्यात वारण्टी और हिस्ट्रीशीटर बीरबल यादव पुत्र मनबोध यादव, निवासी दरियापुर, थाना बलुआ को पुलिस ने तिरगांवा बैरियर से गिरफ्तार किया। बीरबल यादव के खिलाफ विभिन्न थानों में 15 से अधिक संगीन मुकदमे दर्ज हैं। इसमें गैंगस्टर एक्ट, एनडीपीएस एक्ट, आर्म्स एक्ट, लूट, हत्या की कोशिश जैसे मामले शामिल हैं।

इस बार वह वर्ष 2013 के धारा 3/25 आर्म्स एक्ट से संबंधित मुकदमे मुक़दमा अपराध संख्या 39/13 और मुक़दमा अपराध संख्या 87/09 में न्यायालय से जारी NBW और 82 सीआरपीसी नोटिस पर गिरफ्तार हुआ।

आपराधिक इतिहास:
बीरबल यादव के खिलाफ वर्ष 1999 से लेकर 2015 तक कुल 15 मुकदमे बलुआ और वाराणसी के चौबेपुर थाना क्षेत्र में दर्ज हैं, जिनमें हत्या की कोशिश, गैंगस्टर, लूट और अवैध हथियार रखने के गंभीर आरोप शामिल हैं।

गिरफ्तारी टीम में उपनिरीक्षक अमित कुमार मिश्रा, उपनिरीक्षक विनोद वर्मा, कांस्टेबल अल्ताफ अहमद शामिल रहे।