झोलाछाप डॉक्टर मुन्ना बिंद करता है अवैध शराब बनाने का काम, आबकारी की छापेमारी में खुलासा
 

नेगुरा गांव में कच्ची शराब की सूचना मिलने पर छापेमारी करने के लिए जब आबकारी विभाग की टीम गांव में पहुंची तो गांव के लोगों में हड़कंप सी मच गई ।
 

मुखबिर की सूचना पर गांव में पहुंची आबकारी टीम

छापेमारी में 200 लीटर लहन को किया नष्ट

शराब बनाने के मिले हैं उपकरण

धानापुर थाना क्षेत्र के नेगुरा गांव में चलता है शराब का कारोबार

चंदौली जिले के धानापुर थाना क्षेत्र के नेगुरा गांव में कच्ची शराब बनने की सूचना मिलने पर आबकारी विभाग की टीम मौके पर जांच पड़ताल करने पहुंची तो वहां लगभग 200 लीटर लहान सहित शराब बनाने के उपकरण मिलने पर टीम ने लहंगो नष्ट करते हुए शराब बनाने के उपकरण को जप्त कर आगे की कार्यवाही में जुट गई ।

बता दें कि नेगुरा गांव में कच्ची शराब की सूचना मिलने पर छापेमारी करने के लिए जब आबकारी विभाग की टीम गांव में पहुंची तो गांव के लोगों में हड़कंप सी मच गई ।
वही आबकारी निरीक्षक बताया कि मुखबिर की सूचना पर यह छापेमारी की कार्यवाही की गई इसमें लगभग 200 किलो  नष्ट करने के साथ ही साथ शराब बनाने के उपकरण बरामद किए गए ।

वही उन्होंने यह भी बताया कि शराब बनाने वाले आरोपी मौके से फरार हो गया है। जिसके खिलाफ आबकारी एक्ट के तहत मुकदमा पंजीकृत कर आगे की कार्यवाही की जा रही है । आबकारी विभाग के अधिकारियों ने ग्रामीणों से यह भी अपील की गई थी वह कच्ची शराब का सेवन ना करें जिससे उनके जान के खतरे हो सकते हैं और यदि इस प्रकार की कहीं शराब बन रही हो तो तत्काल इसकी सूचना अबकारी विभाग को दें जिससे ऐसी कच्ची शराब बनाने वालों पर अंकुश लगाया जा सके।

इस संबंध में आबकारी निरीक्षक दिलीप झा ने बताया कि अबकारी दीवान उमाशंकर यादव की मुखबिर के आधार पर आबकारी निरीक्षक शरद कुमार द्वारा अपने स्टाफ के साथ नेगुरा गांव जोकि सकलडीहा तहसील क्षेत्र में है वहां कच्ची शराब बनाने की सूचना पर संयुक्त दबिश दी गई जिसमें लगभग 200 किलो लहन नष्ट किया गया व  शराब बनाने वाले उपकरण को जप्त कर गांव वालों को ऐसी शराब से दूर रहने की हिदायत भी दी गई।

 वहीं उन्होंने यह भी बताया कि यह एक झोलाछाप डॉक्टर मुन्ना बिंद का नाम लोगों द्वारा बताया गया जो कि कच्ची शराब बनाने का धंधा कर रहा था । उसके खिलाफ आबकारी एक्ट के तहत कार्यवाही की जा रही है।