चंदौली के एलआईयू प्रभारी अभितोष  त्रिपाठी के खिलाफ संगीन धाराओं में मुकदमा दर्ज

यह भी बताया जा रहा था कि प्रभारी द्वारा रिश्वत लेने के तथ्यों को मिटाने तथा परिवार वालों को धमकी दी जा रही है और घर पर जाकर धमकाया जा रहा है। इसीलिए परिवार के लोगों जैसे संगीन धाराओं में मामला दर्ज कराते हुए अपने जानमाल की सुरक्षा की गुहार लगायी है।
 

एलआईयू इंस्पेक्टर की हरकत पर हुआ एक्शन

अभितोष  त्रिपाठी के खिलाफ बनारस में दर्ज हुआ मुकदमा

जानिए किस तरह विभाग के लोगों को करते थे परेशान

घर जाकर दे रहे थे कैसी कैसी धमकी

चंदौली जिले में एलआईयू प्रभारी अभितोष  त्रिपाठी के खिलाफ वाराणसी कमिश्नर रेट के  मंडुआडीह थाने में अंतर्गत संगीन अपराध की धाराओं में मुकदमा पंजीकृत कर विधिक कार्यवाही शुरू की जा रही है, जिसको लेकर जिले के पुलिस महकमे में अब तरह-तरह की चर्चाएं भी होने लगी हैं।

आपको बता दें कि इस मामले में  मंडुआडीह थाना अंतर्गत इन्हीं के विभाग के मातहत कर्मचारी की  पत्नी व पीड़िता सीमा चौबे ने यह शिकायत दर्ज करायी है और चंदौली जिले में एलआईयू प्रभारी अभितोष  त्रिपाठी की पोल खोल खोलते हुए उनके कारनामों का लिखित व वीडियो सहित प्रमाण दिया है।

मामले में सीमा चौबे पत्नी रमेश चंद्र चौबे द्वारा तहरीर देकर कई बार पुलिस के लोगों से गुहार लगायी गयी, लेकिन विभागीय मामला व  एलआईयू प्रभारी अभितोष  त्रिपाठी की दबंगई के कारण उनकी तहरीर पर कोई कार्यवाही नहीं हुयी। पुलिस वालों ने शिकायत सुनने के बाद भी केवल खानापूर्ति की। तब पीड़िता ने आईजीआरएस पोर्टल एवं मुख्यमंत्री के दरवाजे को खटखटाना मुनासिब समझा। उसके बाद आखिरकार 21 जून 2023 को पीड़िता की तहरीर का संज्ञान लेते हुए चंदौली जनपद में तैनात एलआईयू प्रभारी अभितोष त्रिपाठी सहित एक अज्ञात के खिलाफ आधे दर्जन धाराओं में मुकदमा पंजीकृत कर लिया गया है।

बताया जा रहा है कि इन पर भारतीय दंड विधान की धारा 147, 452, 323, 504, 506 तथा 201 के तहत मुकदमा पंजीकृत कर पुलिस द्वारा जांच पड़ताल करने की बात कही जा रही है।

 आपको बता दें कि चंदौली जिले में अभितोष  त्रिपाठी के खिलाफ बिना जांच के रिपोर्ट देने तथा घर में घुसकर धमकी देने अश्लील अभद्र व्यवहार करने के संबंध में शिकायत की गई थी, जिसको मुख्यमंत्री उत्तर प्रदेश द्वारा संबंधित मामले में एफआईआर दर्ज कर कार्यवाही करने के निर्देश के क्रम में पुलिस द्वारा संबंधित मामले में मुकदमा पंजीकृत कर लिया गया।


 
यह भी बताया जा रहा था कि प्रभारी द्वारा रिश्वत लेने के तथ्यों को मिटाने तथा परिवार वालों को धमकी दी जा रही है और घर पर जाकर धमकाया जा रहा है। इसीलिए परिवार के लोगों जैसे संगीन धाराओं में मामला दर्ज कराते हुए अपने जानमाल की सुरक्षा की गुहार लगायी है। इससे पुलिस की लगातार किरकिरी हो रही है। अब देखना यह है कि  21 जून को  मंडुआडीह थाने में मुकदमा पंजीकृत कर लेने के बाद इस मामले में आगे क्या कार्रवाई होती है और अभितोष  त्रिपाठी के खिलाफ मामला दर्ज होने के बाद चंदौली पुलिस अधीक्षक उनके खिलाफ क्या एक्शन लेते हैं।