सोने के शिवलिंग की ठगी करने वाला बाबा अरेस्ट, लक्जरी गाड़ी भी बरामद
भूत-प्रेत की बाधा और गृह क्लेश को मिटाने का नाटक
सोने का शिवलिंग लेकर हो गया था फरार
लगभग एक साल चढ़ा हत्थे
जानिए पूरा मामला
चंदौली जिले की सकलडीहा कोतवाली पुलिस ने स्वाट टीम और सर्विलांस टीम की मदद से पूजा-पाठ और शिवलिंग के नाम पर ठगी करने वाले बाबा और उसके एक साथी को गिरफ्तार करते हुए उसके पास से सोने का एक शिवलिंग और एक लग्जरी गाड़ी बरामद की है तथा ठगी में शामिल होने वाले कई अन्य सामान भी बरामद किए हैं।
कोतवाली पुलिस से मिली जानकारी के अनुसार बताया जा रहा है कि सकलडीहा कोतवाली पुलिस ने सरिता देवी की शिकायत पर ठगी करने वाले बाबा धर्मराज उर्फ संतोष श्रीकेश और उनके सहयोगी बलवंत यादव को गिरफ्तार किया है। बताया जाता है कि इन दोनों के द्वारा 29 जुलाई 2022 को करीब 9 लाख रुपए के सोने के शिवलिंग के साथ धोखाधड़ी की थी और शिवलिंग को बदल दिया था।
बताया जा रहा है कि घर में भूत-प्रेत की बाधा और गृह क्लेश को मिटाने के लिए सोने का शिवलिंग बनाने और उसकी पूजा करने के नाम पर धर्मराज और उसके सहयोगी बलवंत के द्वारा ठगी की गई थी। इस दौरान सरिता देवी को गंगा में स्नान कराने के बाद घर ले जा कर पूजा पाठ कराया गया और 3 दिन बाद शिवलिंग को खोलने के बात कही गई थी। इस दौरान यजमान ने शिवलिंग को खोला तो देखा कि लोहे का नट मिला। इसके बाद कोतवाली में मुकदमा अपराध संख्या 158 सन् 2022 दर्ज किया गया था।
इसी मामले में कार्यवाही करते हुए रविवार को आज दोपहर 1:30 बजे सघन क्षेत्र तिराहा के पास से पुलिस और स्वाट के साथ साथ सर्विलांस टीम की संयुक्त कार्यवाही में धर्मराज उर्फ संतोष श्रीकेश बाबा तथा बलवंत यादव को दबोच लिया गया। धर्मराज मौर्य थाना चकिया कोतवाली के सैदुपुर इलाके का रहने वाला है, जबकि बलवंत यादव मूल रूप से कैमूर जिले का रहने वाला है लेकिन वह रावर्टसगंज में रह रहा था।
सकलडीहा कोतवाली ने मामले में जानकारी देते हुए बताया कि इस दौरान इनके पास से लगभग 50 ग्राम सोने का शिवलिंग जिसकी अनुमानित कीमत लगभग 9 लाख रुपए जाती है। उसके साथ साथ चार पहिया इंडीवर फोर्ड गाड़ी बरामद की गई है। इनके पास से दो मोबाइल फोन और एक हाथ घड़ी भी मिली है। इन दोनों के खिलाफ मुकदमा दर्ज करके अन्य आवश्यक कार्यवाही की जा रही है।
इन को गिरफ्तार करने वाली टीम में सकलडीहा कोतवाली के प्रभारी विमलेश कुमार मौर्य, स्वाट टीम के निरीक्षक अजीत सिंह और सर्विलांस टीम के निरीक्षक श्याम जी यादव समेत कई पुलिसकर्मी और हेड कांस्टेबल शामिल थे।