पति ने ही की थी नवविवाहिता पत्नी की हत्या, बीवी के प्रेम प्रपंच से था परेशान
हत्या के 2 दिन पहले मायके आ गयी थी रेनू
पति ने ससुराल जाकर गला घोंटकर की हत्या
लाश छोड़कर हो गया था फरार
फरार पति को पुलिस ने जिला मुख्यालय से किया अरेस्ट
चंदौली जिले की शहाबगंज थाना पुलिस ने रविवार की रात में हुई नव विवाहिता महिला की हत्या के मामले का पर्दाफाश करते हुए 24 घंटे के भीतर हत्या में शामिल पति को गिरफ्तार कर लिया है। बताया जा रहा है कि शहाबगंज पुलिस सर्विलांस टीम के साथ-साथ स्वाट टीम के द्वारा की गई संयुक्त कार्यवाही में हत्या करने वाले अभियुक्त पति को चंदौली जिला चिकित्सालय के पास से गिरफ्तार कर लिया गया है।
बताया जा रहा है कि गिरफ्तारी के बाद उसके पति ज्ञानेंद्र पाल ने हत्या करने की बात कबूल की है और उसने बताया है कि उसकी पत्नी रेनू का उससे शादी के पहले किसी और से प्रेम प्रसंग चल रहा था। यह बात जैसे ही उसे पता चली तो उसने अपनी पत्नी को कई बार समझाने की कोशिश की, लेकिन वह अपने प्रेमी के साथ रहने की जिद पर अड़ी हुई थी। वह लगातार फोन करके और फेसबुक-व्हाट्सएप के जरिए अपनी प्रेमी से संपर्क बनाए हुए थी। बार-बार मना करने पर भी उसके ऊपर कोई फर्क नहीं पड़ रहा था।
गिरफ्तार पति ने कहा कि इसीलिए 14 अप्रैल को उसने अपनी पत्नी रेनू पाल के गांव पहुंचकर प्राइमरी स्कूल के पास अपनी मोटरसाइकिल खड़ी की और उसे बुलाकर एक बार फिर समझाने की कोशिश की, लेकिन वह अपने प्रेमी के साथ रहने पर अड़ी रही। इसी बात पर गुस्सा होकर उसने रेनू के गले को दोनों हाथों से दबा दिया, जिसके बाद वह बेहोश हो गई और उसके बाद रस्सी से उसके गले में लपेटकर हत्या कर दी।
बताया जा रहा है कि रसिया गांव की रहने वाली रेनू का विवाह 4 मार्च 2024 को अपनी बीरमराय गांव के रहने वाले ज्ञानेंद्र पाल के साथ हुई थी। शादी के बाद वह कुछ दिनों तक ससुराल में रहने के बाद वह फिलहाल मायके में आ गई थी। मायके में ही 14 अप्रैल को रात्रि में उसकी हत्या करके उसका पति वहां से फरार हो गया था।
हत्या के बाद 15 अप्रैल 2024 को रसिया गांव के रहने वाले लड़की के पिता हीरा लाल पाल ने तहरीर देकर अपनी बेटी रेनू पाल की हत्या की शिकायत दर्ज करायी थी। पिता ने बताया कि विवाह के बाद वह अपने ससुराल उकनी वीरमराय गयी थी। वहां से वह दिनांक 12 अप्रैल 2024 को वह अपने ससुराल से विदा होकर घर ग्राम रसिया आई थी। इसके बाद 14 अप्रैल 2024 को रात्रि समय 07:30 बजे अपने फोन से बात करते हुए मकान के बगल के बगल के खेत में शौच करने गई। काफी देर तक न आने के कारण खोजबीन करने पर पुत्री रेनू पाल को मृत अवस्था में बगल के खेत में पाया गया। उसका मोबाइल उसके बगल में पड़ा मिला था तथा उसके गले पर चारों तरफ रस्सी कसने के निशान थे। तहरीर के आधार पर मुकदमा अपराध संख्या 33/2024 धारा 302 भादवि पंजीकृत कर विवेचनात्मक कार्यवाही प्रचलित की गई।
इसके बाद शहाबगंज में महिला के शव के बरामद होने की घटना का संज्ञान लेते हुए त्वरित अनावरण हेतु पत्नी की हत्या करने वाले अभियुक्त को गिरफ्तार किया गया। घटना करने वाले अभियुक्त की पहचान मृतका के पति ज्ञानेन्द्र पाल के रूप में हुई। इसके बाद गिरफ्तार अभियुक्त की निशानदेही पर हत्या मे प्रयुक्त रस्सी को ग्राम रसिया प्राइमरी विद्यालय से पहले स्थित नहर पर पक्की पुलिया के पास झाड़ियों से बरामद किया गया। अभियुक्त के विरूद्ध आवश्यक विधिक कार्यवाही की जा रही है।
इसको पकड़ने वाली पुलिस टीम में थानाध्यक्ष शहाबगंज मिर्जा रिजवान बेग के साथ स्वाट/सर्विलांस टीम के प्रभारी हरिनरायन पटेल व उपनिरीक्षक रामचन्द्र शाही के साथ हेड कांस्टेबल बृजेन्द्र सिंह, ज्ञान सिंह पाल, प्रीतम बिन्द, मनीष कुमार यादव, प्रेम प्रकाश यादव, शब्बीर अहमद , नीरज मिश्रा, आनन्द सिंह व अजीत सिंह शामिल थे।