सिगरेट ना लाने पर सिद्धार्थ के मित्रों ने कर दी हत्या ,जानिए लापता होने और फिरौती की पूरी कहानी
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चंदौली जिले की बिछिया के सिद्धार्थ की हत्या में शामिल दो हत्यारों को पुलिस ने गिरफ्तार कर खुलासा किया है। उसके ही मित्रों ने गला रेतकर हत्या कर दी है। इतना ही नहीं शव को अपने ही घर के पीछे बने गड्ढे में को डालकर मिट्टी और नमक भरकर दफनाया।
कहा जा रहा है कि शक न हो इसीलिए पुलिस व अन्य लोगों को दो दिनों तक गुमराह करता रहा । पुलिस ने चोट के निशान पर अमित और उसके भाई को गिरफ्तार करके मामले का खुलासा किया और अपहरण के मामले की सच्चाई खोलकर रख दी।
बताते चलें कि मंगलवार से लापता सिद्धार्थ शराब पीते समय सिगरेट ना लाने के कारण अमित और उसके छोटे भाई ने मिलकर उसकी गला रेत कर हत्या कर दी। इसके बाद सबूत को छुपाने के लिए अपने ही घर में बने गड्ढे में उसके शव को डालकर दफना दिया। इसके बाद पुलिस को गुमराह करने के लिए 2 दिन बाद वाराणसी की सीमा पर जाकर 50 लाख की फिरौती मांगी और पुलिस को उलझता देख कर फोन करके फिर 20 लाख फिरौती की मांग की। पैसा न देने पर हत्या कर देने की भी चेतावनी दे डाली।
पूछताछ में मित्रों के माध्यम से जब अमित और उसकी भाई की पूछताछ की जा रही थी तो हाथ पर कटे के निशान वह शरीर पर दांत से काटने की निशान को देखकर पुलिस को शक हुआ। पूछताछ के बाद जब पुलिस ने सख्ती की तो असली मामले का खुलासा हो गया।अमित के बताने पर शव को गड्ढे से बाहर निकाल कर पुलिस ने पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया है।
इस संबंध में अमित ने बताया कि शराब पीने के दौरान सिगरेट मंगाने पर सिद्धार्थ ने लाने से मना कर दिया। सिगरेट न लाने पर हम दोनों से कहासुनी हो गयी। उसी दौरान सब्जी काटने वाले चाकू से हत्या कर दिया और शव को छुपाने के लिए घर के पीछे गड्ढे में मिट्टी और नमक डालकर गाड़ दिया। फिर पुलिस व लोगों को गुमराह करने के लिए उसके परिजनों से फिरौती की रकम मांगी गई..ताकि किसी को हम भाइयों के शक ना हो सके।
एसपी ने बताया कि कंदवा थाना क्षेत्र के अमरा निवासी रामजन्म खरवार बिछिया में एक नए मकान का निर्माण करा रहे हैं। राम जन्म वर्तमान में प्रतापगढ़ के एक ब्लॉक में कनिष्ठ लिपिक पद पर तैनात हैं। मंगलवार की दोपहर अमित खरवार के मकान में सिद्धार्थ और अमित का छोटा भाई कन्हैया साथ में ही बैठकर शराब पी रहे थे। इसी दौरान अमित ने सिद्धार्थ को सिगरेट लाने के लिए कहा। शराब के नशे में धुत अमित की बात न मानते हुए सिद्धार्थ ने सिगरेट लाने से इंकार कर दिया। जिस पर दोनों के बीच तू तू मैं मैं होने लगी। बात बढ़ने पर सलाद काटने वाले चाकू से अमित ने सिद्धार्थ के ऊपर हमला कर दिया इसके बाद अमित और कन्हैया ने निर्माणाधीन मकान में बने गड्ढे में अमित के शव को ढक दिया तथा थोड़ी देर बाद बाजार से नमक लाकर उसके अंदर डालकर मिट्टी से दबा दिया। इसके बाद पुलिस को गुमराह करने के लिए अमित और कन्हैया ने सिद्धार्थ के मोबाइल को लेकर अलीनगर थाना क्षेत्र के सिंघीताली के पास मोबाइल आन किया और उसके परिवार के लोगों को फोन करके अपहरण की जानकारी दी। साथ ही 20 लाख की फिरौती की मांग गुरुवार को सिद्धार्थ के पिता नंदलाल जायसवाल से की। अपहरण की सूचना पर परिवार में कोहराम मच गया। बृहस्पतिवार को सिद्धार्थ के पिता नंदलाल ने बेटे के अपहरण और फिरौती मांगने की तहरीर सदर कोतवाली में दी। इसके बाद पुलिस मुकदमा दर्ज कर तलाश में जुट गई थी।