आधा दर्जन गांव के पंचायत भवनों पर चोरों ने बनाया निशाना, चन्दौली पुलिस की फांस बने शातिर चोर
चोरों के निशाने पर पंचायत भवनों के सामान
कई गांवों में हो चुकी हैं चोरियां
अलीनगर थाना क्षेत्र के टडिया उर्फ कैथापुर गांव में हुयी घटना
चन्दौली जिले के अलीनगर थाना क्षेत्र के टडिया उर्फ कैथापुर गांव में गुरुवार की दर रात चोरों ने पंचायत भवन का ताला तोड़कर उसमें रखे इनवर्टर, दो बैटरी, व्हीलचेयर,12 कुर्सी, मेज, फिंगरप्रिंट डिवाइस मशीन पर चोरों ने हाथ साफ कर दिया। सभी ग्राम पंचायत के ग्राम प्रधान व पंचायत सहायकों द्वारा इसकी लिखित शिकायत संबंधित थाने पर देने के बाद पुलिस मामले की जांच पड़ताल में जुटी है।
आपको बता दें कि अलीनगर थाना क्षेत्र के टडिया उर्फ कैथापुर गांव में गुरुवार की दर रात चोरों ने पंचायत भवन का ताला तोड़कर उसमें रखे इनवर्टर, दो बैटरी, व्हीलचेयर, 12 कुर्सी, मेज, फिंगरप्रिंट डिवाइस मशीन पर चोरों ने हाथ साफ कर दिया। इसके अलावा पंचायत भवन शहरोई पर भी चोरों ने मुख्य गेट का ताला तोड़कर इसमें रखे इनवर्टर ,बैटरी 20 कुर्सी आदि चुरा ले गए।
पंचायत भवन कोरी से भी इनवर्टर,दो बैटरी,सोलर पैनल ,डीडीआर मशीन आदि सामान चोरों ने उठा ले गए। इसके अलावा पंचायत भवन पटपरा पर भी चोरों ने ताला तोड़कर चोरी का प्रयास किया लेकिन सफल रहे। यही नहीं पंचायत भवन तारापुर पर भी तीसरी बार चोरों ने धावा बोल दिया। लेकिन इससे पहले दो बार चोरी हुए सामान अभी तक पंचायत भवन में नहीं थे। जिससे चोरों के हाथ कुछ नहीं लगा।
यही नहीं सदर कोतवाली क्षेत्र के पंचायत भवन डिग्घी पर भी चोरों ने बुधवार की दर रात धावा बोलकर इसमें रखें कंप्यूटर इनवर्टर कुर्सी सहित हजारों रुपए मूल्य के सभी समान पर चोरों ने हाथ साफ कर फरार हो गए थे। सभी ग्राम पंचायत के ग्राम प्रधान व पंचायत सहायकों द्वारा इसकी लिखित शिकायत संबंधित थाने पर देने के बाद पुलिस मामले की जांच पड़ताल में जुटी है।
शासन स्तर पर पंचायत भवन को चुस्त दुरुस्त रखने के उद्देश्य से लगभग चार लाख रुपए लागत से सभी पंचायत भवनों को कैमरा की देखरेख में कंप्यूटरीकृत कर दिया गया है। लेकिन इसके सुरक्षा के जिम्मेदारी किसी को नहीं दी गई है। जिससे चोर हमेशा पंचायत भवनों को अपना निशाना बनाकर हजारों रुपए मूल्य के समान पर हाथ साफ कर दे रहे हैं। अभी तक दर्जनों पंचायत भवनो को चोरों ने अपना निशाना बन चुके हैं। पुलिस प्रशासन भी इसको गंभीरता से नहीं लेती। जिससे इनका हौसला हमेशा बुलंद रहता है।