स्कूल जाने वाली लड़कियों को भगाने में जेल गए सफीक व विकास, जानें दोनों की कहानी
 

कंदवा थाना पुलिस ने मुकदमा अपराध संख्या 30-2023 में वांछित सफीक पुत्र तसव्वुर अली को गिरफ्तार किया है। वह अदसड़ गांव का रहने वाला है। इसकी उम्र लगभग 25 वर्ष बताई जा रही है।
 

कंदवा थाना पुलिस ने  अदसड़ गांव के सफीक को दबोचा

 बर्थरा कला गांव के विकास को सकलडीहा पुलिस ने भेजा जेल

 स्कूली लड़की के साथ फुर्र होने की मिली सजा


चंदौली जिले की कंदवा थाना पुलिस के साथ-साथ सकलडीहा कोतवाली पुलिस ने अपने-अपने इलाके में पॉक्सो एक्ट से संबंधित दो अपराधियों को अलग-अलग जगह से गिरफ्तार करने में सफलता पाई है और दोनों को अरेस्ट करने के बाद कोर्ट में पेश करके जेल भेज दिया है।

कंदवा थाना पुलिस ने मुकदमा अपराध संख्या 30-2023 में वांछित सफीक पुत्र तसव्वुर अली को गिरफ्तार किया है। वह अदसड़ गांव का रहने वाला है। इसकी उम्र लगभग 25 वर्ष बताई जा रही है। इसे रविवार को तलाशपुर तिराहे के समीप सुबह 8:00 बजे गिरफ्तार किया गया है। 

पुलिस ने बताया कि शफीक के उपर गांव की ही 15 साल की एक नाबालिग लड़की को स्कूल जाते समय भगाने का मामला उसकी मां के द्वारा दर्ज कराया गया था। घटना के 62 घंटे के भीतर आरोपी को धर दबोचा गया है। इसके ऊपर लड़की के साथ अपहरण और बलात्कार करने का मुकदमा दर्ज है। इसको गिरफ्तार करने वाली टीम में उप निरीक्षक राम भवन यादव, कांस्टेबल शशि कुमार वर्मा और अजय कुमार शामिल थे। 

स्कूल की लड़की को लेकर भागा था विकास

 इसके अलावा सकलडीहा कोतवाली पुलिस ने मुकदमा अपराध संख्या 25-2023 में वांछित चल रहे विकास गौरव पुत्र कन्हैयालाल को गिरफ्तार किया है। यह बर्थरा कला गांव का रहने वाला है और इसकी उम्र लगभग 19 साल बताई जा रही हैं। पुलिस ने जानकारी देते हुए बताया कि इसको भोजापुर नहर चौराहे के पास से गिरफ्तार करते हुए न्यायालय में प्रेषित किया जा रहा है।

बताया जा रहा है कि इसके ऊपर भोजापुर गांव के रहने वाले एक व्यक्ति ने अपनी बेटी को स्कूल जाते समय बहला फुसलाकर अपने साथ ले जाने का मुकदमा 17 फरवरी 2023 को दर्ज कराया था। साथ ही बताया कि उसकी 17 वर्षीय लड़की कक्षा 11 की छात्रा है और बरठी के बालिका इंटर कॉलेज में पढ़ने के लिए जाने के दौरान गायब हो गयी थी।

इसी मामले में कार्रवाई करते हुए पुलिस ने बर्थरा कला गांव के विकास गौरव को दबोचकर जेल भेज दिया है।  इस को गिरफ्तार करने वाली टीम में उपनिरीक्षक महफूज अहमद और हेड कांस्टेबल लाल मोहरराम शामिल थे।