अक्षय तृतीया को किया गया दान विशेष फलदाई तथा पुण्यकारी
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चंदौली जिला के कटवांमाफी गांव में अखिल भारतीय ब्राह्मण फेडरेशन के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष एवं अखिल भारतीय ब्रह्मर्षि महासंघ के पूर्व राष्ट्रीय सचिव, पर्यावरणविद तथा वृक्ष परशुराम सिंह ने भगवान परशुराम के जन्म दिवस की पूर्व संध्या पर कहा कि अक्षय तृतीया को किया गया दान विशेष फलदाई तथा पुण्यकारी होता है। इस तिथि को पूरे वर्ष में सबसे विशिष्ट तिथि मानी जाती है, इस दिन किया गया कार्य हर तरफ से शुभ माना जाता है।
उन्होंने कहा कि यह तिथि अपने आप में अनोखा होता है। थोड़ा सा किया गया पुण्य कार्य भी अच्छा फल देने वाला होता है। इस दिन गरीब तथा दीन दुखियों को दान अवश्य करें। कहां की भगवान परशुराम का जन्म शोषण, जुल्म, अन्याय के खिलाफ मुखर होकर उसका दमन करने के लिए हुआ था। आज जिस प्रकार प्राकृतिक पर्यावरण एवं सामाजिक पर्यावरण तेजी से बिगड़ा है, उसमें उनके सिद्धांतों एवं आदर्शों की प्रासंगिकता और भी बढ़ जाती है। उन्होंने कहा कि आज वैश्विक महामारी कोरोना का कहर प्रकृति एवं समाज के प्रति उदासीनता एवं दुर्व्यवहार का परिणाम है समय रहते अगर हम सभी इस लड़ाई को लड़ने में आगे नहीं आएंगे तो इसका परिणाम और भी भयंकर हो सकता है।
उन्होंने बुद्धिजीवी वर्ग के लोगों से अपील करते हुए कहा है कि अक्षय तृतीया के दिन भगवान परशुराम जयंती के अवसर पर एक पीपल का वृक्ष लगाकर उसे बचाने का संकल्प हम सभी को जिम्मेदारी के साथ लेनी होगी। जिससे आने वाली भयानक महामारी तथा उससे होने वाले गंभीर परिणामों से मानव जाति को बचाया जा सके।