जानिए अमरनाथ गुफा से जुड़ी रोचक बातें, चंद्रमा के साथ घटने-बढ़ने लगता है शिवलिंग का आकार  
 

जम्मू कश्मीर में स्थित अमरनाथ गुफा, भगवान शिव के प्रमुख धार्मिक स्थलों में से एक है। हर साल दुनिया भर से हजारों श्रद्धालु भगवान शिव के दर्शन करने के लिए यहां आते हैं।
 

जम्मू कश्मीर में स्थित अमरनाथ गुफा, भगवान शिव के प्रमुख धार्मिक स्थलों में से एक है। हर साल दुनिया भर से हजारों श्रद्धालु भगवान शिव के दर्शन करने के लिए यहां आते हैं। अमरनाथ गुफा में प्राकृतिक शिवलिंग बनता है।


लोगों के बीच ऐसी मान्यता है कि इस शिवलिंग के दर्शन करने से भक्तों पर भगवान शिव की विशेष कृपा बनी रहती है। ऐसे में आइए आज हम आपको अमरनाथ गुफा और इसकी यात्रा से जुड़े कुछ रोचक तथ्य के बारे में बताते हैं।

अमरनाथ गुफा से जुड़ी रोचक बातें

1. अमरनाथ गुफा मंदिर हिमालय में 3,888 मीटर यानी 12,756 फीट की ऊंचाई पर स्थित है। अमरनाथ गुफा लगभग 40 मीटर लंबी और 12 मीटर चौड़ी है।

2. ऐसी मान्यता है कि यह मंदिर लगभग 5,000 साल पुराना है और यह भगवान शिव को समर्पित है। इस गुफा में हर साल बर्फ का नेचुरल शिवलिंग बन जाता है। यहां स्थित शिवलिंग पर लगातार बर्फ की बूंदें टपकती रहती हैं, जिससे लगभग 10 से 12 फीट ऊंचा शिवलिंग बन जाता है।

3. पौराणिक कथाओं के अनुसार यहां भगवान शिव ने देवी पार्वती को अमरत्व की कहानी सुनाई थी। इसलिए ऐसा कहा जाता है कि भगवान शिव इस गुफा में साक्षात रहते हैं। इस गुफा में स्थित पार्वती पीठ 51 शक्तिपीठों में से एक है और ऐसी मान्यता भी है कि यहां माता सती का कंठ भाग भी गिरा था।

4. कश्मीर में 45 शिव धाम, 60 विष्णु धाम, 3 ब्रह्मा धाम, समेत कई तीर्थ स्थल है, लेकिन सबसे ज्यादा महत्व अमरनाथ धाम का है। पुराणों के अनुसार काशी में लिंग दर्शन और पूजन से दस गुना ज्यादा, प्रयाग से सौ गुना ज्यादा और नैमिषारण्य से हजार गुना ज्यादा पुण्य बाबा अमरनाथ के दर्शन करने से माने जाते है।

5. अमरनाथ गुफा में बर्फ के शिवलिंग की ऊंचाई चंद्रमा के घटने-बढ़ने के साथ-साथ घटती-बढ़ती रहती है। पूर्णिमा के दिन शिवलिंग अपने पूरे आकार में होता है, जबकि अमावस्या के दिन शिवलिंग का आकार छोटा हो जाता है।

6. अमरनाथ गुफा में शिवलिंग के साथ ही भगवान गणेश, माता पार्वती और भैरव के हिमखंड भी निर्मित होते हैं। हर साल आषाढ़ पूर्णिमा से रक्षाबंधन और सावन के पूरे महीने यहां श्रद्धालु बाबा अमरनाथ के दर्शन करने के लिए आते हैं।

7. अमरनाथ गुफा तक तीर्थ यात्रियों के पहुंचने के लिए इसे दुनिया का सबसे मुश्किल ट्रेक माना जाता है, क्योंकि इस मार्ग पर खड़ी चढ़ाई है और कई बाधाओं से भरा है।

8. भारत सरकार यात्रा के दौरान तीर्थयात्रियों के लिए चिकित्सा सुविधाओं, रहने के लिए स्थान और भोजन सहित कई तरह की सुविधाएं देती हैं।