अच्छा कर्म करने से ही अच्छा फल मिलता है, जारी है सुंदरराजजी की कथा
महुआरी खास गांव में भक्तों को श्रीमद्भागवत कथा
हर दिन कथा का रसपान कराते हैं सुन्दरराज स्वामी जी
महुआरी खास गांव में गंगा तट पर चल रही है कथा
चंदौली जिले के महुआरी खास गांव में गंगा तट पर चल रहे श्रीमद भागवत कथा के 38 वें दिन सन्त सुंदरराज स्वामी ने कहा कि कर्म करेंगे तो हम सब सुखी रहेंगे । ईश्वर भी कहते है बिना कर्म किये कुछ मिलता नही है । सबरी कहती है कि प्रभु बड़े बड़े आपको नही पहचान पाए तो हम कहाँ से पहचान पाते । ये तो आपका तेज है जो मैंने अपने प्रभु को पहचान लिया । मैं अपना कर्म किया तो आज अपने प्रभु को पाया । भगवान श्रीकृष्ण जब बंशी बजाते थे तो गोपियां भागी भागी चली आती थी । जब भगवान श्रीकृष्ण बंशी बजाते थे तो जितनी भी गोपियां थी । सबको अलग अलग धुन सुनाती थी । जो जैसे जहां कार्य करती थी तो जैसे तैसे कार्य छोड़कर भागकर भगवान के पास आ जाती थी ।
इस दौरान कहा कि परीक्षित बोले है ये कौन सा धुन है जो सुनकर भागकर आती है । समाज मे एक रिश्ता भी है । ये कृष्ण का छल है । तब शुक्लाचार्य बोले कि दृष्टि बिगड़ी तो जीवन बिगड़ जाता है । गोपियां तो जाती थी पर प्रेम तो राधा से था । ये दृष्टि बिगड़ने की बात है । जो आप समझ नही पा रहे है । गोपियां जब भागकर श्रीकृष्ण के पास पहुँची तो भगवान बोले कि आप लोग यहां भागकर कैसे आ गयी । गोपियों ये बात अच्छी नही है कि रात में भागकर आ गयी । तुम्हारे घर के लोग परेशान होंगे । भगवान पहले जीव को बुलाते है फिर उनकी परीक्षा लेते है । गोपियो से बोले कि घर जायो । उन्होंने समझाया कि पति जैसे भी हो अनादर नही करना चाहिए । पति की सेवा करने का लाभ भी मिलता है । पति परमेश्वर होते है । जो कमाकर परिवार चलाता है । माता पिता की सेवा करता है । जब भगवान श्री कृष्ण ने समझाया तो सब चली गयी । पहले कर्म करो फिर अन्य कार्य ।
इस दौरान आयोजक ग्राम प्रधान सतेन्द्र सिंह मिंटु,दीपक सिंह,सरिद्वार यादव,नरेंद्र गुप्ता,अभय सिंह,शिवानन्द पाण्डेय ,कृष्ण कुमार सिंह, महेंद्र यादव,रंगीले तिवारी ,गोपेश सिंह आदि सैकड़ों लोग उपस्थित रहे ।