चैत्र नवरात्र आज से हुआ प्रारंभ, मां शैलपुत्री के पूजन से पर्व का आगाज
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देवी उपासना का महापर्व चैत्र नवरात्र की शुरूआत आज मंगलवार से होगी। कलश स्थापित कर देवी के नौ स्वरूपों की पूजा अर्चना की जाएगी। इसकी तैयारी पूरी हो चुकी है। सोमवार को ही देवी मंदिरों पर साफ सफाई कर विद्युत झालरों से सजा दिया गया। बाजार में भी चुनरी, पूजन सामग्री, फल फूल की खरीदारी के लिए दिनभर लोगों की भीड़ लगी रही।
चैत्र शुक्ल पक्ष के प्रतिपदा से वासंतिक नवरात्र की शुरूआत होती है। नौ दिनों तक देवी के नौ स्वरूपों की पूजा अर्चना कर अभिष्ट की कामना की जाती है। इस वर्ष इसकी शुरूआत आज से हुई है ।
पं. पुरोहित कुंज बिहारी मिश्र ने बताया कि इस वर्ष नौ दिनों का नवरात्र होगा। मंगलवार को सुबह 8.48 तक प्रतिपदा तिथि है। इस तरह दिनभर प्रतिपदा तिथि का मान होगा। मेष राषि, अश्वनी नक्षत्र में कलश स्थापना अत्यंत शुभकारी होगा। वैसे तो दिन भर कलश स्थापना शुभकारी है लेकिन दिन में 11.35 से 12.25 तक अभिजीत मुहुर्त है। इसमें कलश स्थापना अधिक फलदायी है।
इसके पूर्व सोमवार को नगर के कैलाशपुरी, नई बस्ती, रविनगर, जीटी रोड, शाहकुटी, न्यू महाल, काली महाल, गल्ला मंडी, एलबीएस कटरा, चतुर्भुजपुर, आरपीएफ कॉलोनी, गया कालोनी सहित विभिन्न इलाकों में स्थित देवी मंदिरों पर नवरात्र को देखते हुए साफ सफाई कर उसे विद्युत झालरों से सजाया गया है। वहीं नगर के जीटी रोड स्थित प्राचीन काली मंदिर की भी विशेष सजावट की गई है।
पूजन सामग्री और फलाहार की हुई खरीदारी
पूजन सामग्री की दुकानों पर सोमवार को दिन भर खरीददारों की भीड़ रही। लोगों ने धूप, दीप, घी, सूपारी, मौली, चुनरी, रोरी, सिंदूर, शृंगार सामग्री आदि की खरीददारी की। इसके साथ ही नगर के परमार कटरा, नई बस्ती, गल्ला मंडी के समीप स्थित मिट्टी के बर्तन की दुकानों पर कलश, ढक्कन, दीपक आदि की खरीदारी हुई। फलों के साथ व्रत के लिए सिंघारे का आटा, मखाना (लावा), कट्टू का आटा, मोमफली सहित अन्य फलाहार के सामान की खरीदारी हुई। घरों में नौ दिवसीय व्रत की पूर्व संध्या पर विशेष साफ- सफाई की गई। वहीं पुरोहितों को बुला लिया गया है।