होली के मौके पर होता है आध्यात्मिक और तांत्रिक सिद्धियों का भी विशेष अवसर, उठाएं इसका लाभ

जीवन की अनेक बाधाएं समाप्त करने की टिप्स
मनोकामनाएं पूर्ण करने के लिए की जाती हैं साधना
इन साधनाओं के जरिए हो सकता है फायदा
जानिए किन बातों का रखना होदा ध्यान
होली का पर्व केवल रंगों और उत्सव का नहीं है। बल्कि, आध्यात्मिक और तांत्रिक सिद्धियों का भी विशेष अवसर है। यदि विधिपूर्वक तांत्रिक साधनाएं की जाएं, तो जीवन की अनेक बाधाएं समाप्त हो सकती हैं और मनोकामनाएं पूर्ण हो सकती हैं।
इस दिन लोग तमाम तरह के अनुष्ठान और पूजा तथा साधना भी करते हैं। आप अगर कुछ खास लक्ष्य लेकर इस दिन अपनी तांत्रिक साधनाएं करते हैं तो आपकी बाधाएं समाप्त हो जाती हैं और आपकी मनोकामना भी पूर्ण हो सकती है, लेकिन इसके लिए कुछ बातों की जानकारी और सावधानी होनी आवश्यक है। अगर आप होली के दिन इस तरह की चीज कर रहे हैं तो आप इस जानकारी को अपना सकते हैं और किसी जानकार और तंत्र साधना विशेषज्ञ के जरिए इस तरह के तांत्रिक साधना करवा कर लाभ पा सकते हैं।
1. रोग नाश और सुरक्षा तांत्रिक साधना
पूजा सामग्री ----- फिटकरी, गाय का घी, काले तिल, कपूर, नारियल।
साधना विधि
- होलिका दहन के समय फिटकरी को सात बार अपने सिर से वारकर अग्नि में डालें।
-"ॐ नमो भगवते वासुदेवाय नमः" मंत्र का 21 बार जाप करें।
-अग्नि से कुछ राख लेकर अपने माथे पर तिलक करें और घर में रखें।
- इससे घर में बुरी नजर और रोग दूर होंगे।
2. शत्रु नाश के लिए भैरव और काली साधना --
पूजा सामग्री ----- सरसों का तेल, नींबू, 21 काली उड़द की दाल की बड़ियां, कपूर, काली मिर्च।
साधना विधि --
-रात्रि 12 बजे किसी श्मशान या सुनसान स्थान पर जाकर भैरव जी का ध्यान करें।
-सरसों के तेल का दीपक जलाएं और "ॐ भैरवाय नमः" मंत्र का 108 बार जाप करें।
-21 उड़द की बड़ियों और नींबू को अग्नि में अर्पित करें।
-इससे शत्रुओं की बुरी शक्तियां समाप्त होती हैं और रक्षा होती है।
3. पति-पत्नी संबंध सुधारने की साधना -
पूजा सामग्री ------ गुलाब के फूल, मिश्री, चंदन, सफेद कपड़ा।
साधना विधि -------
-होली की रात में गुलाब के फूल और मिश्री को चंदन के साथ पीस लें।
- "ॐ क्लीं कृष्णाय गोपीजनवल्लभाय स्वाहा॥" मंत्र का जाप करें।
- इस मिश्रण को अगले दिन पति या पत्नी को खिलाएं, इससे प्रेम संबंध मधुर होंगे।
4 . संतान प्राप्ति के लिए तंत्र प्रयोग --
पूजा सामग्री -- अशोक के पत्ते, गाय का दूध, शहद, पीला कपड़ा।
साधना विधि ---
-होली की रात पीले वस्त्र धारण कर शिवलिंग पर अशोक के पत्ते, दूध और शहद चढ़ाएं।
-"ॐ नमः शिवाय" मंत्र का 108 बार जाप करें।
-अगले दिन पीला कपड़ा, अपने शयनकक्ष में रखें।
इसको करते समय कुछ महत्वपूर्ण सावधानियां बरतनी चाहिए..
(1) तंत्र साधनाएं गुप्त रूप से करें।
(2) शुद्धता और नियमों का पालन करें।
(3) सकारात्मक उद्देश्य से ही तंत्र प्रयोग करें।
(4) किसी अनुभवी गुरु के मार्गदर्शन में कठिन साधनाएं करें।