सावन के शनिवार को यूं करें हनुमान जी की पूजा, घर में बजरंगबली का चित्र लगाने से पहले जान लें ये बातें
जो भक्त शनि की साढ़ेसाती से पीड़ित होता है वह सावन के शनिवार को हनुमानजी को चोला चढ़ाए तो उसे राहत मिलती है।
हनुमानजी भगवान शिव के 11 वें रुद्र अवतार है इसीलिए सावन के शनिवार को इनकी भी विशेष पूजा की जानी चाहिए। साथ ही सावन के शनिवार को शनिदेव की उपासना को भी शुभ फलदायी बताया गया है।
सावन के महीने में जिस तरह सोमवार के दिन का महत्व है बिलकुल उसी तरह शनिवार की भी महत्ता है। सावन के शनिवार को हनुमानजी के साथ ही भगवान शिव की पूजा भी की जाती है जिसका शुभ फल मिलता है। माना जाता है कि जो भक्त शनि की साढ़ेसाती से पीड़ित होता है वह सावन के शनिवार को हनुमानजी को चोला चढ़ाए तो उसे राहत मिलती है। साथ ही सावन के शनिवार को हनुमान चालीसा का पाठ भी लाभदायी होता है और जो भक्त ऐसा करता है बजरंगबली उस पर प्रसन्न होते हैं।
यह तो सब जानते ही हैं कि हनुमानजी भगवान शिव के 11 वें रुद्र अवतार है इसीलिए सावन के शनिवार को इनकी भी विशेष पूजा की जानी चाहिए। साथ ही सावन के शनिवार को शनिदेव की उपासना को भी शुभ फलदायी बताया गया है।
कहते हैं कि सावन के शनिवार को हनुमानजी की पूजा-अर्चना से हर तरह के रोग दूर होते हैं। वहीं अगर आपके घर में किसी शुभ कार्य में अड़चन आ रही हैं तो हनुमान जी के आशीर्वाद से कामकाज में आ रही रुकावटें दूर हो जाती हैं। बुद्धि और वैभव बढ़ता है। आपके शत्रु नष्ट हो जाते हैं और आपको प्रसिद्धि मिलती है।
घर में यहां लगाएं हनुमानजी के चित्र
-अगर आपको लगता है कि आपके घर पर नकारात्मक शक्तियों का असर है तो आप हनुमानजी का शक्ति प्रदर्शन की मुद्रा में चित्र लगाएं। आप चाहें तो पंचमुखी हनुमानजी का चित्र मुख्य द्वार के ऊपर लगा सकते हैं या ऐसी जगह लगाएं जहां से यह सभी को नजर आए। ऐसा करने से घर में किसी भी तरह की बुरी शक्ति प्रवेश नहीं करेगी।
-वास्तु शास्त्र के अनुसार पंचमुखी हनुमानजी की मूर्ति जिस घर में होती है, वहां उन्नति के मार्ग में आने वाली बाधाएं दूर होती हैं और धन संपत्ति में वृद्धि होती है। यदि भवन में गलत दिशा में कोई भी जल स्रोत हो तो इस वास्तु दोष के कारण परिवार में शत्रु बाधा, बीमारी व मन मुटाव देखने को मिलता है। इस दोष को दूर करने के लिए उस भवन में ऐसे पंचमुखी हनुमान का चित्र लगाना चाहिए जिनका मुख उस जल स्रोत की ओर देखते हुए दक्षिण पाश्चिम दिशा की तरफ हो।
-घर की बैठक में आप श्रीराम दरबार का फोटो लगाएं, जहां हनुमानजी प्रभु श्रीरामजी के चरणों में बैठे हुए हैं। इसके अलावा बैठक में पंचमुखी हनुमानजी का चित्र, पर्वत उठाते हुए हनुमानजी का चित्र या श्रीराम भजन करते हुए हनुमानजी का चित्र लगा सकते हैं। ध्यान रखें कि उपरोक्त में से कोई एक चित्र लगा सकते हैं।
-पर्वत उठाते हुए हनुमान का चित्र आपके घर में है तो आपमें साहस, बल, विश्वास और जिम्मेदारी का विकास होगा। आप किसी भी परिस्थिति से घबराएंगे नहीं। हर परिस्थिति आपके समक्ष आपको छोटी नजर आएगी और तुरंत ही उसका समाधान हो जाएगा।
-उड़ते हुए हनुमानजी का चित्र आपके घर में है तो आपकी उन्नति, तरक्की और सफलता को कोई रोक नहीं सकता। आपमें आगे बढ़ने के प्रति उत्साह और साहस का संचार होगा। निरंतर आप सफलता के मार्ग पर बढ़ते जाएंगे।
-श्रीराम का भजन करते हुए हनुमानजी का चित्र आपके घर में है तो आपमें भक्ति और विश्वास का संचार होगा। यह भक्ति और विश्वास ही आपके जीवन की सफलता का आधार है।
-शास्त्रों के अनुसार हनुमानजी बाल ब्रह्मचारी हैं और इसी वजह से उनका चित्र शयनकक्ष में न रखकर घर के मंदिर में या किसी अन्य पवित्र स्थान पर रखना शुभ रहता है। शयनकक्ष में हनुमानजी का चित्र रखना अशुभ है।