हर दिन घण्टे गंगा में खड़े होकर जप करते है सन्त सुंदरराज स्वामी, ये है उद्देश्य
महुआरीखास गांव में गंगा के किनारे जप
हर दिन जप करते हैं सुंदरराज स्वामी
महुआरीखास गांव में श्रीमद भागवत कथा के पूर्व करते हैं जप
चंदौली जिले में महुआरीखास गांव में गंगा किनारे चल रही श्रीमद भागवत कथा के पूर्व हर रोज सुबह पांच घण्टे तक सन्त सुंदरराज स्वामी सनातन धर्म की रक्षा व लोगों के कल्याण के लिए गंगा में खड़े होकर जप किया करते हैं। जप के दौरान सैकड़ों लोग हांथ जोड़कर प्रणाम की मुद्रा में रहते हैं।
महुआरीखास गांव में गंगा किनारे विगत 15 मार्च से शाम को 5 बजे से आयोजक प्रधान सत्येंद्र सिंह मिन्टू व ग्रामीणों के सहयोग से श्रीमद् भागवत कथा का आयोजन सन्त त्रिदण्डी स्वामी के शिष्य सन्त सुदरराज स्वामी द्वारा किया जा रहा है, जिसमें सैकड़ों लोग कथा का रसपान करते हैं। इसके पूर्व सुबह सन्त सुंदरराज स्वामी प्रतिदिन सुबह मां गंगा में खड़ा होकर सनातन धर्म की रक्षा व लोगों के कल्याण के लिए जप करते हैं।
जप करने के पश्चाप निकलने पर सन्त सुंदरराज स्वामी ने कहा कि मां गंगा के तट पर सूर्यदेव की आराधना करने से रोग, कष्ट, भूल से हुए पाप का नाश होता है। लोग वर्षों से मां गंगा की गोद में पूजन अर्चन कर सूर्यदेव को जल में खड़े होकर जल अर्पित करते हैं। भगवान को खोजने के लिए पहले मन से छल, कपट, ईर्ष्या, दुश्मनी आदि विकारों को दूर करना पड़ता हैं। गरीबों-सन्तों की सेवा में ही भगवान मिल जाते हैं। कभी गरीब या सन्त का तिरस्कार मत करना। इनके तिरस्कार से भगवान भी रूठ जाते हैं।
इसके बाद सन्त सुंदरराज स्वामी भक्तों को आशीर्वाद देकर अपनी कुटिया में पूजन अर्चन करने के लिए चले गये ।