आज लगेगा चंद्र ग्रहण, जानिये समय, सूतककाल नहीं होगा मान्य

tds_top_like_showtds_top_like_showtds_top_like_showtds_top_like_showtds_top_like_show वैशाख शुक्ल पूर्णिमा बुधवार को अनुराधा नक्षत्र तथा वृश्चिक में इस साल का पहला चंद्रग्रहण लग रहा है। यह चंद्रग्रहण उपछाया चंद्रग्रहण होगा। इस पूर्णिमा को बुद्ध पूर्णिमा भी कहा जाता है। स्नान-दान की यह पूर्णिमा सर्वार्थ अमृत सिद्धि योग में मनायी जाएगी। ज्योतिषशास्त्र में ग्रहण को अशुभ माना जाता है। यह चंद्रग्रहण उपछाया होने
 

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वैशाख शुक्ल पूर्णिमा बुधवार को अनुराधा नक्षत्र तथा वृश्चिक में इस साल का पहला चंद्रग्रहण लग रहा है। यह चंद्रग्रहण उपछाया चंद्रग्रहण होगा। इस पूर्णिमा को बुद्ध पूर्णिमा भी कहा जाता है। स्नान-दान की यह पूर्णिमा सर्वार्थ अमृत सिद्धि योग में मनायी जाएगी।

ज्योतिषशास्त्र में ग्रहण को अशुभ माना जाता है। यह चंद्रग्रहण उपछाया होने के कारण इसका सूतककाल मान्य नहीं होगा। भारतीय ज्योतिष विज्ञान परिषद के सदस्य ज्योतिषाचार्य राकेश झा ने पंचागों के हवाले से बताया कि आज साल का पहला चंद्रग्रहण दोपहर 03:15 बजे से आरंभ होकर संध्या 06:23 बजे खत्म होगा ।

वही ग्रहण का मध्य काल शाम 04:49 बजे होगा इस वर्ष के प्रथम चंद्रग्रहण कि अवधि करीबन 03 घंटे 08 मिनट का रहेगा । चंद्र ग्रहण का सूतक नौ घंटे पहले ही शुरू हो जाता है।

पंडित झा ने कहा कि यह चंद्रग्रहण भारत के पूर्वी क्षितिज पर दिखेगा। ग्रहण काल में परिस्थितियां ऐसी बनेगी कि जिस समय ग्रहण का स्पर्श और मध्य समय रहेगा उस समय भारतीय दृश्यकाश से चन्द्रमा दिखाई नहीं देगा।

यह चंद्रग्रहण वृश्चिक राशि और अनुराधा नक्षत्र में लग रहा है। इस समय वृश्चिक राशि में दो ग्रह हैं। केतु व चन्द्रमा वृश्चिक में बैठे हैं, वहीं शनि मकर और गुरु कुम्भ में विराजमान हैं। ऐसे में वृश्चिक राशि के लोगों को तो इस चंद्र ग्रहण के प्रभाव झेलने पड़ेंगे, लेकिन कुछ राशियां ऐसी भी हैं जो इस ग्रहण के कारण काफी भाग्यशाली महसूस करेंगी।

मेष, मिथुन, सिंह, तुला और मीन राशि वालों को इस ग्रहण के बाद थोड़ा संभलकर रहना होगा, वहीं कन्या, मेष, मकर राशि वालों के लिए यह ग्रहण बहुत ही अच्छे परिणाम लेकर आएगा। उपच्छया चंद्रग्रहण लगभग ग्रहण की श्रेणी में नहीं आता। भारत में यह ग्रहण दिख भी नहीं रहा, इस ग्रहण का सूतक काल मान्य नहीं होगा। मंदिरों में पूजा पाठ और पूर्णिमा कूी पूजा और दान में किसी प्रकार की मनाही नहीं होगी। ग्रहों का गोचर निरन्तर प्रभाव डालता है इसलिये प्रत्येक राशियां प्रभावित होंगी।