बाबा कालेश्वरनाथ मंदिर में उमड़ी भीड़, 3 दिवसीय मेला भी शुरू
स्वयंभू बाबा कालेश्वरनाथ मंदिर में महाशिवरात्रि का पर्व
जलाभिषेक करने के लिए दिखी भक्तों की कतार
ऐसा है कालेश्वरनाथ की मान्यता
चंदौली जिले के स्वयंभू बाबा कालेश्वरनाथ मंदिर में महाशिवरात्रि का पर्व काफी श्रद्धा और विश्वास के साथ मनाया जाता है। इस मंदिर में महाशिवरात्रि के अवसर पर जलाभिषेक करने के लिए भक्तों की कतार आधी रात के बाद से लगने लगी है। इस मंदिर में उमड़ने वाली भीड़ को देखते हुए पुलिस और सुरक्षा बल के जवान रात से ही तैनात कर दिए गए हैं।
जानकारी के अनुसार यहां पर कई थानों की पुलिस फोर्स के साथ-साथ पीएसी के जवान भी लगाए गए हैं, ताकि मौके पर किसी भी प्रकार की कोई असुविधा ना हो। पुलिस अधिकारियों से मिली जानकारी के अनुसार भीड़भाड़ वाले इलाके में सुरक्षा व्यवस्था को बरकरार रखने के लिए महिला एवं पुरुष कर्मियों की ड्यूटी सादे वेशभूषा में भी लगाई गई है।
आपको बता दें कि स्वयंभू बाबा कालेश्वर नाथ का मंदिर काशी विश्वनाथ ट्रस्ट से संबंधित हैं. यहां के बारे में मान्यता है कि बाबा कालेश्वरनाथ के दर्शन से काल टल जाता है। महाशिवरात्रि के मौके पर यहां पर उत्तर प्रदेश के अलावा बिहार के कई जिलों से लोग दर्शन पूजन के लिए आते हैं।
बाबा कालेश्वरनाथ होता है विवाह
बाबा कालेश्वरनाथ का मंदिर सकलडीहा कोतवाली क्षेत्र में पड़ने वाले सकलडीहा रेलवे स्टेशन के किनारे स्थित है। यहां पर महाशिवरात्रि के अवसर पर तीन दिवसीय मेला लगता है, जिसमें स्थानीय लोगों की भीड़ उमड़ती है। इलाके में आज शाम को शिव बारात निकलती है और इस मंदिर में आज रात में शिव के विवाह का भी आयोजन किया जाता है, जहां पर ब्राह्मणों की टीम पूरे विधि विधान से शिव का विवाह कराती है।