प्रणाम करने से मनुष्य के जीवन का परिणाम बदल जाता है, श्रवण कुमार व्यास
कलानी गांव में नौ दिवसीय संगीतमय श्रीराम कथा का हुआ शुभारंभ
कलानी गांव में श्रीराम सेवा समिति का आयोजन
विधायक कैलाश खरवार ने किया राम कथा का शुभारंभ
चंदौली जिला के शहाबगंज विकासखंड अंतर्गत कलानी गांव में श्रीराम सेवा समिति के तत्वावधान में काली माता मंदिर परिसर में आयोजित नौ दिवसीय संगीतमय श्रीराम कथा की प्रथम निशा पर शनिवार को कथावाचक पंडित श्रवण कुमार व्यास ने कहा कि मनुष्य को गुरु, माता-पिता तथा अपने से बड़ों को को प्रणाम करने की आदत डालनी चाहिए। क्योंकि प्रणाम करने से ही जीवन का परिणाम बदल जाता है और मनुष्य संस्कारवान कहलाता है।
उन्होंने कहा कि मिथिला में माता सीता की स्वयंवर के दौरान अनेकों राजाओं ने भगवान शिव के धनुष को तोड़ने का प्रयास किया। लेकिन किसी ने अपने बड़ों तथा गुरु का आशीर्वाद नहीं लिया जबकि धनुष को तोड़ने के पूर्व भगवान राम ने मन ही मन गुरु को प्रणाम किया और झुक कर धनुष को उठाया और उसे तोड़ दिया।
कथावाचक कहते हैं कि हमें बच्चों को शिक्षा देकर संस्कारवान बनाना चाहिए गुरु, माता-पिता और बड़ों को प्रणाम करने से जो आशीर्वाद मिलता है वह जीवन के सार्थक बना देता है। हमें बड़ों के सामने झुकने की प्रेरणा देनी चाहिए। क्योंकि झुककर प्रणाम करने से ही बहुत सारे कार्य सिद्ध हो जाते हैं।
कथा वाचक श्रवण कुमार व्यास ने कहा कि कलयुग में भगवान का नाम लेने से ही जीवन का उद्धार हो जाता है और अमंगल का नाश हो जाता है हर जगह मंगल ही मंगल होता है। इसलिए हमें प्रभु का स्मरण कर जीवन को उद्धार बनाने की दिशा में कार्य करना चाहिए। और वही संस्कार बच्चों में देना चाहिए।
इसके पूर्व श्री राम कथा का शुभारंभ विधायक कैलाश खरवार आचार्य ने पोथी पूजन करके किया। इस दौरान उन्हें आयोजक मंडल द्वारा स्मृति चिन्ह एवं अंग वस्त्र देकर सम्मानित भी किया गया। कथा में भाजपा के महामंत्री काशीनाथ सिंह, राजवंश सिंह, जगदीश मौर्य, शिवदत्त सिंह, संजय पटेल, कौशल सिंह, प्रवीण सिंह, रामरूप सहित कई श्रोता रहे।