सूर्य कर्क से निकलकर सिंह राशि में करेंगे प्रवेश, इन राशियों को होगा धन लाभ, जानें 12 राशियों पर कैसा होगा असर 

सूर्य से ही व्यक्ति को जीवन, ऊर्जा एवं बल की प्राप्ति होती है। जब किसी की कुंडली पर सूर्य का शुभ प्रभाव पड़ता है तो ऐसा जातक विभिन्न क्षेत्र में उच्च पद और मान-सम्मान प्राप्त करता है

 

सूर्य हर महीने राशि परिवर्तन करता है और एक राशि से दूसरी राशि में प्रवेश करता है। उसके इस राशि परिवर्तन को ही संक्रांति कहते हैं और जिस राशि में वह जाता है उसी के अनुसार संक्रांति का नामकरण होता है। जैसे अब सूर्य कर्क से निकलकर सिंह राशि में प्रवेश करने वाला है तो इस संक्रांति को सिंह संक्रांति के नाम से जाना जाएगा।

ज्योतिष में ग्रहों के राशि परिवर्तन का बड़ा महत्व है क्योंकि इसका असर सभी राशियों पर पड़ता है। वहीं सूर्य को तो नवग्रहों के राजा की उपाधि दी गई है क्योंकि सभी ग्रह इसके चारों ओर घूमते हैं। धरती पर तो सूर्य ही ऊर्जा का सबसे बड़ा प्राकृतिक स्रोत है। सूर्य से ही व्यक्ति को जीवन, ऊर्जा एवं बल की प्राप्ति होती है। जब किसी की कुंडली पर सूर्य का शुभ प्रभाव पड़ता है तो ऐसा जातक विभिन्न क्षेत्र में उच्च पद और मान-सम्मान प्राप्त करता है साथ ही वह निरोग होता है। 

वहीं दूसरी ओर जब किसी जातक की कुंडली में सूर्य का अशुभ प्रभाव पड़ता है तो उस जातक को आंख संबंधी समस्या होती है, पिता को कष्ट होता है साथ ही पितृ दोष की स्थिति बन जाती है। इसलिए सूर्य के गोचर के दौरान जातक पर इसका कैसा असर होगा, यह केवल इस बात पर निर्भर करता है कि उस गोचर के दौरान सूर्य किस राशि के किस भाव में उपस्थित होगा। 

हर महीने सूर्य करता है राशि परिवर्तन 

यह तो हम सब जानते ही हैं कि सूर्य हर महीने राशि परिवर्तन करता है और एक राशि से दूसरी राशि में प्रवेश करता है। उसके इस राशि परिवर्तन को ही संक्रांति कहते हैं और जिस राशि में वह जाता है उसी के अनुसार संक्रांति का नामकरण होता है। जैसे अब सूर्य कर्क से निकलकर सिंह राशि में प्रवेश करने वाला है तो इस संक्रांति को सिंह संक्रांति के नाम से जाना जाएगा। इस तरह साल में बारह संक्रांतियां आती है। 

शुभ होगी सिंह संक्रांति 

अब सूर्य देव चंद्रमा की राशि कर्क से निकलकर अपनी स्वराशि सिंह में विराजमान होंगे। माना जा रहा है कि इस गोचर के प्रभाव से सबके अटके हुए कार्यों में गति आएगी। सूर्य का ये गोचर कई जातकों में जोश, ऊर्जा और शक्ति प्रदान करने वाला होगा। ये वह समय होगा जब लोगों में ऊर्जा और ताकत के कारण आत्मविश्वास की वृद्धि होगी, जिससे वे हर कार्य और परिस्थिति में खुद को विजयी पाएंगे।

सूर्य कर्क से निकलकर कब करेंगे सिंह राशि में प्रवेश 

सूर्य देव 17 अगस्त 2021, मंगलवार को देर रात 01 बजकर 05 मिनट पर कर्क राशि से सिंह राशि में प्रवेश करने जा रहे हैं। जो यहाँ 17 सितंबर 2021, शुक्रवार देर रात 01 बजकर 02 मिनट तक स्थित रहेंगे और फिर अपना पुनः गोचर करते हुए कन्या राशि में विराजमान हो जाएंगे। 

सूर्य के राशि परिवर्तन से सभी राशियां प्रभावित होंगी 

सूर्य के राशि परिवर्तन का शुभ-अशुभ प्रभाव सभी 12 राशियों पर पड़ेगा। कुछ राशियों को जहां इस राशि परिवर्तन से लाभ होगा, सारे काम बनेंगे, स्वास्थ्य ठीक रहेगा, यश की प्राप्ति होगी वहीं कुछ राशियां ऐसी भी है जिन पर इसका विपरीत असर होगा। इन राशियों को इस समय संभलकर रहना पड़ सकता है। 

तो आइये यहां जानते हैं कि 12 राशियों पर सूर्य के राशि परिवर्तन का कैसा होगा असर ....


मेष - सूर्य आपकी राशि के पंचम भाव के स्वामी होते हैं और इस गोचर के दौरान वो आपकी राशि के पंचम भाव में ही विराजमान होंगे। सूर्य का ये गोचर आपके लिए कुछ मामलों में शुभ फल लेकर आ रहा है। सूर्य देव आपके सम्मान में वृद्धि करने जा रहे हैं। शिक्षा आदि के क्षेत्र में अच्छे परिणाम प्राप्त हो सकते हैं। छात्रों के लिए भी ये समय उत्तम रहेगा। आपका आर्थिक पक्ष भी मजबूत होगा, आमदनी में बढोतरी होगी। कुल मिलाकर सूर्य के गोचर काल की ये अवधि मेष राशि के जातकों के लिए विशेष अनुकूल रहेगी। 

नोट- इस अवधि में अगर आप हर दिन सुबह सूर्य को अर्घ्य देंगे और प्रार्थना करेंगे तो आप पर सूर्य की कृपा बरसेगी और सब कुछ अच्छा ही होगा।  


वृषभ -सूर्य वृषभ राशि के चतुर्थ भाव के स्वामी होकर अपने इस गोचर के दौरान आपके चतुर्थ भाव में ही प्रस्थान करने वाले हैं। यह भाव आपके सुख, माता, वाहन, भूमि, आवास आदि का होता है। सूर्य देव का आपके चतुर्थ भाव में होना आपके उत्साह में वृद्धि करेगा। सूर्य का राशि परिवर्तन आपके सुखों में वृद्धि करने वाला होगा। माता की सेहत का ध्यान रखें। आपको वाहन, भवन का सुख प्राप्त हो सकता है। साथी कर्मचारियों से संबंध मधुर बनाएं। नौकरीपेशा जातकों को अपने संबंधित संगठन या कंपनी से अच्छा लाभ और पुरस्कार मिल सकता है। संपत्ति या ज़मीन में निवेश करने के लिए समय अनुकूल है। साथ ही यह समय आपको वाहन खरीदारी के योग भी दर्शा रहा है। व्यापारी जातकों के लिए समय उत्तम होगा क्योंकि आप अपने उत्पादकों से अच्छा लाभ अर्जित करने में सफल रहेंगे। 

नोट- इस समय में अगर आप रोजाना अदरक का सेवन करेंगे तो आपके लिए लाभकारी होगा। 


मिथुन -आपकी राशि के स्वामी बुध है और सूर्य तृतीय भाव के स्वामी है  और अब अपने इस गोचर के दौरान वो अपने ही भाव में विराजमान होंगे। आत्मविश्वास में वृद्धि होगी। सूर्य का राशि परिवर्तन भाई बहनों का सहयोग दिलाने में मदद करेगा। नया कार्य आरंभ कर सकते हैं। साहस में भी वृद्धि होगी। आपके पिता के साथ आपके संबंध बेहतर होंगे और वे आपके अच्छे काम की जमकर सराहना करेंगे। छात्र अपने लेखन कौशल में इस गोचरकाल के दौरान अपना प्रदर्शन बेहतर दे सकेंगे। 

नोट-हर दिन सुबह 108 बार गायत्री मंत्र का जाप करना आपके लिए लाभदायी होगा। 

कर्क -इस राशि के द्वितीय भाव के स्वामी सूर्य अपने गोचर के दौरान आपके द्वितीय भाव में ही प्रस्थान करेंगे।  सूर्य का यह गोचर कर्क राशि के लोगों को अधिक संवेदनशील और परिष्कृत बनाएगा। सूर्य के इस गोचर काल में वाणी की मधुरता प्रभावित हो सकती है। आप अपने करीबी लोगों को न चाहते हुए भी कुछ आहत कर सकते हैं। छात्रों की बात करें तो, छात्र इस दौरान अपनी पढ़ाई में अपना बेहतर प्रदर्शन दे सकेंगे। आपको इस गोचरकाल के दौरान अपने परिवार, खासतौर से अपनी मां से भरपूर सहयोग और प्रोत्साहन मिलेगा। धन के मामले में लाभ होगा। क्रोध आदि से बचने का प्रयास करें। नहीं तो हानि भी उठानी पड़ सकती है।

नोट- इस समय में आपके लिए आदित्य हृदय स्तोत्र का प्रतिदिन पाठ करना लाभदायी रहेगा। 


सिंह - सूर्य का गोचर आपके प्रथम भाव में होने जा रहा है। सूर्य अपने ही घर में विराजमान रहेंगे। सूर्य गोचर के फलस्वरूप आपकी ऊर्जा और आत्मविश्वास में गजब की वृद्धि होगी। इस अवधि में आप हमेशा खुश और संतुष्ट दिखाई देंगे। सूर्य का यह परिवर्तन जॉब, बिजनेस में शुभ फल प्रदान करने जा रहा है। अहंकार से दूर रहें। पद का गलत प्रयोग न करें। शादीशुदा जातकों के लिए समय थोड़ा कष्टदायक रहने वाला है, क्योंकि इस दौरान आपका अपने जीवनसाथी के साथ कुछ टकराव या मतभेद की स्थिति उत्पन्न होने की आशंका है। 

नोट-इस अवधि में आप अगर गाय को गेहूं के आटे से बनी रोटियां खिलाएंगे तो आपको शुभ फल मिल सकता है। 


कन्या - कन्या राशि के लिए सूर्य द्वादश भाव के स्वामी होते हैं और अपने इस गोचर के दौरान वो अपने सवयं के द्वादश भाव में ही विराजमान होंगे। इस समय आपको धन के व्यय में विशेष सावधानी बरतनी होगी। आप खुद को बेहतर प्रस्तुत करने का प्रयास करेंगे। धन प्राप्ति के लिए कोई भी गलत कार्य न करें। धन की बचत करने की दिशा में प्रयास करें। यात्रा सेवाओं या मल्टीनेशनल कंपनी में कार्यरत लोगों के लिए भी, समय शुभ होगा। साथ ही आपको इस दौरान कार्य क्षेत्र से संबंधित, कुछ यात्राएं करने का अवसर मिलेगा। जिससे कार्यस्थल पर आपकी उन्नति होने के साथ-साथ आपको लाभ मिलना संभव है।

नोट- इस समय में आप जब भी बाहर जाएं तो अपनी जेब या पर्स में एक लाल रुमाल रखें। आपको इसके शुभ परिणाम मिलेंगे। 

तुला -इस राशि के स्वामी शुक्र है और तुला राशि के जातकों के लाभ भाव यानि एकादश भाव के स्वामी है सूर्य देव, अपना गोचर करते हुए अपने स्वंय के भाव में ही सूर्य विराजमान होंगे।  इस गोचर के दौरान आप साहसी और आत्मविश्वास होंगे। आपके स्वभाव में भी सहजता देखी जाएगी। आपके विरोधी सक्रिय तो होंगे परंतु आप अपनी मेहनत से उनको परास्त करने में सक्षम होंगे। आपका आर्थिक जीवन बेहतर होगा। खासतौर से नौकरी पेशा जातकों के लिए गोचरकाल की यह अवधि उनकी वेतन वृद्धि के योग दर्शा रही हैं। व्यापारी भी अच्छा मुनाफ़ा अर्जित कर सकेंगे। इस गोचर के नकारात्मक प्रभावों से बचने के लिए अपने अहंकार का त्याग करें और अपने स्वभाव में संवेदनशीलता लेकर आएं। कोई नया कार्य आरंभ करना चाहते हैं तो उसमें सफलता प्राप्त हो सकती है।

नोट- आपके लिए बेहतर तो यह होगा कि आप अपने पिता का सम्मान करें और घर से निकलने से पहले उनका आशीर्वाद ज़रूर लें।

वृश्चिक -सूर्य आपके दशम भाव के स्वामी होकर इस गोचर के दौरान आपकी राशि के दशम भाव में ही विराजमान होंगे। यह गोचर आपको साहसी बनाएगा, जो आपके स्वभाव में साफ़ दिखाई देगा। आपके स्वभाव में आकर्षण की वृद्धि भी होगी, जिससे लोग आपके आसपास रहना पसंद करेंगे। कार्यक्षेत्र की बात करें तो अपने काम को लेकर आपकी गंभीरता के कारण, आपके अधिकारी आप पर अधिक भरोसा करेंगे। जिससे आपको हर कार्य में आसानी से सफलता मिल सकेगी। आपको कार्यस्थल पर प्रशंसा व पदोन्नति मिल सकती है। सूर्य देव आपके नेतृत्व कौशल को भी उचित सराहना देंगे, जिससे आपके विरोधी और शत्रु चाहकर भी आपका कुछ नहीं बिगाड़ सकेंगे। समाज में आपको मान-सम्मान मिलेगा। आर्थिक जीवन में यह समय आपको कई अप्रत्याशित स्रोतों व किसी पैतृक संपत्ति से, लाभ होने के योग भी दर्शा रहा है। प्रतिद्वंदी सक्रिय हो सकते हैं। इसलिए धैर्य बनाकर रखें। जल्दबाजी में कोई कार्य न करें।

नोट-शुभ फल प्राप्ति के लिए आप रविवार के दिन मंदिर में 1.25 मीटर लाल कपड़े का दान करें।

धनु - धनु राशि के जातकों के नवम भाव के स्वामी सूर्य, अपने इस गोचर के दौरान स्वंय के नवम भाव में विराजमान होंगे। सूर्य के सिंह राशि में गोचर के दौरान आपके साहस में वृद्धि होगी। ये गोचर आपके जीवन के विभिन्न पहलुओं को अलग-अलग रंगों से भर देगा, जिससे आपके स्वभाव में सकारात्मकता दिखाई देगी। छात्रों की बात करें तो उनके लिए समय अनुकूल रहेगा क्योंकि उन्हें इस दौरान भाग्य का साथ मिलेगा। आप धार्मिक कार्यों में रुचि लेंगे। यात्राओं का भी योग बन सकता है। ये यात्राएं लाभ भी प्रदान कर सकती है। मन प्रसन्न रहेगा। 

नोट- रविवार को किसी मंदिर में जाकर अनार का दान करना आपके लिए शुभ रहेगा। 


मकर -मकर राशि के जातकों के अष्टम भाव के स्वामी सूर्य, अपने इस गोचर के दौरान स्वंय के अष्टम भाव में ही विराजमान होंगे। सूर्य का यह गोचर आपके स्वभाव में गजब का आकर्षण लेकर आएगा। साथ ही आप अपनी पर्सनैलिटी में सुधार करने में सफल होंगे।आपकी सेहत में विशेष सुधार देखने को मिल सकता है। स्वभाव में ऊर्जा और आकर्षण दिखाई देगा, जिससे लोग प्रभावित हो सकते हैं। व्यापार में अच्छे परिणाम प्राप्त होंगे।
आपका अपनी वाणी पर अच्छा नियंत्रण होगा। ऐसे में आप तभी बोलेंगे जब आप उससे जुड़े विषयों से भली-भांति वाक़िफ़ हो, अन्यथा आप एक अच्छा श्रोता बनना ही ज्यादा पसंद करेंगे। आर्थिक जीवन में आप अपनी आराम की वस्तुओँ पर, कुछ धन खर्च भी करते दिखाई देंगे। ऐसे में आपको अपने ख़र्चों के प्रति सावधान रहने की ज्यादा आवश्यकता होगी। 

नोट- आपके लिए बंदरों को केले खिलाना लाभदायक रहेगा। 

कुंभ -कुंभ राशि के जातकों के सप्तम भाव के स्वामी सूर्य इस गोचर के दौरान अपने स्वंय के सप्तम भाव को ही सक्रिय करेंगे। इस गोचर काल के दौरान आपको मिश्रित परिणामों की प्राप्ति होगी। आप अपने कार्यों में साहसी होंगे और कोई भी जोखिम लेने से नहीं कतराएंगे।  शादीशुदा लोगों के लिए अवधि थोड़ी प्रतिकूल रहेगी, क्योंकि संभव है कि आपका अपने जीवन साथी के साथ अहम का टकराव हो। ऐसे में आपको अपने संबंधों को बेहतर करने के लिए, खुद को शांत रखने की सबसे अधिक आवश्यकता होगी। कार्यक्षेत्र की बात करें तो यदि आप नौकरी करते हैं तो आपको कार्यस्थल पर अपने बॉस से सही सराहना मिलेगी। अहंकार से दूरी बनाकर रखें।

नोट-रविवार को गाय को गुड़ खिलाना आपके लिए शुभ फलदायी रहेगा। 

मीन -सूर्य आपके षष्ठम भाव के स्वामी होकर, इस गोचर के दौरान आपकी राशि से अपने षष्ठम भाव में ही विराजमान होंगे। सूर्य का सिंह राशि में गोचर मीन वाले जातकों के स्वास्थ्य जीवन के लिए सबसे अधिक अनुकूल रहने वाला है क्योंकि इस समय आपकी रोग प्रतिरोधक क्षमता बेहतर होगी और आप शारीरिक रूप से भी खुद को बेहतर पाएंगे। कर्ज आदि की समस्या भी दूर हो सकती है। विवाद की स्थिति से बचने का प्रयास करें। समाज में भी आपका दायरा बढ़ेगा। साथ ही आप अपने प्रसिद्धि और बेहतर नेतृत्व कौशल के बल पर, कार्यस्थल पर दूसरों की सराहना प्राप्त कर सकेंगे। वो छात्र जो प्रतियोगी परीक्षा की तैयारी कर रहे हैं, उन्हें यह गोचर सफलता देगा। यदि आप किसी प्रशासनिक पद या सरकारी पद पर कार्यरत हैं तो, आपकी सफलता निश्चित है।

नोट- रविवार के दिन मंदिर में गुड़ और काले भुने चने का दान करेंगे तो आपको लाभ होगा।