गुरुवार व्रत रखने से मिलता है धन, विद्या और वैवाहिक सुख का परम आनंद, जानें खास बातें
गुरुवार व्रत को भगवान विष्णु की कृपा प्राप्त करने का विशेष दिन माना जाता है। इस दिन हल्दी चढ़ाने से मनोकामनाएं पूरी होती हैं और घर-परिवार में सुख-समृद्धि आती है। लेकिन पूजा के दौरान कुछ नियमों का पालन जरूरी है, वरना व्रत का फल अधूरा रह सकता है।
गुरुवार के दिन रखा जाता है व्रत
भगवान विष्णु की पूजा का है खास महत्व
धन, विद्या और वैवाहिक सुख पाने का मिलता है मौका
जानें गुरुवार व्रत रखने का सही तरीका
हिंदू धर्म में गुरुवार का दिन भगवान विष्णु को समर्पित माना जाता है। इस दिन व्रत और पूजा करने से जातक को धन, विद्या और वैवाहिक सुख की प्राप्ति होती है। धार्मिक ग्रंथों जैसे अग्नि पुराण, बृहस्पति स्मृति और महाभारत में गुरुवार व्रत का महत्व विस्तार से बताया गया है।
गुरुवार के दिन ग्रहों की स्थिति
मार्गशीर्ष माह के शुक्ल पक्ष की चतुर्दशी तिथि 4 दिसंबर सुबह 8:37 बजे तक रहेगी। इसके बाद पूर्णिमा प्रारंभ होगी। इस दिन सूर्य वृश्चिक राशि में और चंद्रमा वृषभ राशि में रहेंगे। द्रिक पंचांग के अनुसार, अभिजीत मुहूर्त सुबह 11:50 से दोपहर 12:32 तक रहेगा। राहुकाल का समय दोपहर 1:29 से 2:48 तक रहेगा।
पूजा विधि और व्रत करने के नियम
गुरुवार व्रत की शुरुआत किसी भी शुक्ल पक्ष के पहले गुरुवार से की जा सकती है। परंपरा के अनुसार, 16 गुरुवार व्रत रखकर उद्यापन करना चाहिए।
* व्रत रखने वाले जातक को पीले वस्त्र धारण करने चाहिए।
* पीले फल-फूलों का दान करना चाहिए।
* ध्यान रहे कि व्रत के दिन पीली चीजों का सेवन न करें।
* पूजा के दौरान भगवान विष्णु को हल्दी चढ़ाना विशेष फलदायी माना जाता है।
व्रत कथा और पूजा का खास महत्व
गुरुवार व्रत के दिन श्री हरि की पूजा और कथा सुनने से घर-परिवार में सुख-समृद्धि बनी रहती है। धार्मिक मान्यता है कि यदि व्रत के दिन नियमों का पालन न किया जाए तो भगवान विष्णु नाराज हो सकते हैं। जो लोग व्रत नहीं रख सकते, वे विधि-विधान से पूजा कर व्रत कथा सुन सकते हैं या पढ़ सकते हैं।
गुरुवार के दिन दान का महत्व
गुरुवार के दिन किसी गरीब या जरूरतमंद व्यक्ति को अन्न और धन का दान करने से पुण्य प्राप्त होता है। मान्यता है कि केले के पत्ते में भगवान विष्णु का वास होता है। इसी कारण गुरुवार को केले के पत्ते की पूजा की जाती है।
गुरुवार का धार्मिक और सामाजिक लाभ
गुरुवार व्रत से न केवल धार्मिक लाभ मिलता है बल्कि सामाजिक दृष्टि से भी यह महत्वपूर्ण है। दान और सेवा से समाज में सद्भावना बढ़ती है। वहीं, पूजा और व्रत से व्यक्ति का मन शांत होता है और जीवन में सकारात्मक ऊर्जा का संचार होता है।
गुरुवार व्रत भगवान विष्णु की कृपा प्राप्त करने का सरल और प्रभावी उपाय है। हल्दी चढ़ाने से मनोकामनाएं पूरी होती हैं और जीवन में सुख-समृद्धि आती है। लेकिन पूजा के दौरान नियमों का पालन करना आवश्यक है। सही विधि से व्रत करने पर जातक को धन, विद्या और वैवाहिक सुख की प्राप्ति होती है।