कुशग्रहणी अमावस्या पर करेंगे ये खास उपाय तो दूर होंगे संकट, मिलेगा सुख-समृद्धि का वरदान
हिंदू धर्म में वैसे तो हर अमावस्या का महत्व होता है औ इस दिन स्नान-दान किया जाता है पर जब कुशग्रहणी अमावस्या मंगलवार को होती है तब इसका महत्व बढ़ जाता है। इस बार कुशग्रहणी अमावस्या 7 सितंबर मंगलवार को ही है
हिंदू धर्म में वैसे तो हर अमावस्या का महत्व होता है औ इस दिन स्नान-दान किया जाता है पर जब कुशग्रहणी अमावस्या मंगलवार को होती है तब इसका महत्व बढ़ जाता है। इस बार कुशग्रहणी अमावस्या 7 सितंबर मंगलवार को ही है और इसी दिन किया जाएगा स्नान-दान व पितृ तर्पण। कुशग्रहणी अमावस्या को पिठौरी अमावस्या व कुशोत्पाटिनी अमावस्या भी कहते हैं। माना जाता है कि कुशग्रहणी अमावस्या को व्रत व पूजन करने से संतान की प्राप्ति होती है।
हिंदू धर्म में वैसे तो हर अमावस्या का महत्व होता है औ इस दिन स्नान-दान किया जाता है पर जब कुशग्रहणी अमावस्या मंगलवार को होती है तब इसका महत्व बढ़ जाता है। इस बार कुशग्रहणी अमावस्या 7 सितंबर मंगलवार को ही है और इसी दिन किया जाएगा स्नान-दान व पितृ तर्पण। कुशग्रहणी अमावस्या को पिठौरी अमावस्या व कुशोत्पाटिनी अमावस्या भी कहते हैं।
माना जाता है कि कुशग्रहणी अमावस्या को व्रत व पूजन करने से संतान की प्राप्ति होती है। वहीं अगर जन्म कुंडली के किसी भाव में चन्द्र केतु की युति का निर्माण हुआ हो या फिर केतु की स्थिति जन्म कुंडली के चतुर्थ भाव में हो, या केतु की दृष्टि चंद्रमा पर हो या फिर केतु के पक्के घर यानि जन्म कुंडली के छठे भाव में चंद्रमा की वही स्थिति हो तो ग्रह की ऐसी स्थिति बने तो चंद्रमा का ग्रहण योग कहा जाता है। इसे दूर करने के लिए कुशग्रहणी अमावस्या को कुछ खास उपाय किये जाते हैं जिससे कि यह दोष दूर हो जाता है।
तो आइये यहां जानते हैं कि कुशग्रहणी अमावस्या को क्या करें उपाय ....
- सबसे पहले तो यह जान लें कि कुशग्रहणी अमावस्या को व्रत रखकर गंगाजी या किसी अन्य पवित्र नदी में स्नान करें। उसके बाद दान पुण्य करें। अब भगवान शिव और माता पार्वती की विधि पूर्वक अर्चना करें। इससे भगवान शिव की कृपा से भक्तों के सभी संकट दूर हो जाते हैं।
- पिठौरी अमावस्या के पावन दिन पर पितरों का तर्पण करें। ऐसा करने से उनका विशेष आशीर्वाद प्राप्त होता है और जीवन में सुख- समृद्धि की वृद्धि होती है।
- शास्त्रों में कुशग्रहणी अमावस्या के दिन किए गए दान-पुण्य के महत्व का अति विशिष्टता के साथ किया गया है। कहा गया है कि पिठौरी अमावस्या के दिन स्नान-दान करने से घर में सुख-शांति और खुशहाली आती है।
- कुशग्रहणी अमावस्या के दिन पवित्र नदियों में स्नान करने और उसके बाद दान देने से लाभ कई गुना अधिक फलदायी होता है।
- कुशग्रहणी अमावस्या के दिन भगवान शिव की पूजा- अर्चना करें और उनके मंत्रों का जाप करें। मान्यता है कि ऐसा करने से जातक की सभी मनोकामनाएं पूरी हो जाती हैं।
इसके अलावा ये उपाय भी कर सकते हैं ....
- पिठोरी अमावस्या के दिन चीटिंयों को चीनी मिला आटा खिलाने से जीवन में किए गए पाप कर्मों से मुक्ति मिलती है और आपके जीवन की सभी परेशानियां दूर होती हैं।
- पिठोरी अमावस्या के दिन पीपल के पेड़ का पूजन करने से स्वास्थ्य लाभ होता है। इस दिन मांये इस दिन भगवान विष्णु का पूजन करने के बाद पीपल के पेड़ की परिक्रमा कर जल चढ़ाती हैं, उनके पुत्रों के सभी रोग दूर होते हैं तथा दीर्घ आयु प्राप्ति होती है।
- इस अमावस्या के दिन पास के तालाब या नदी में मछलियों को आटे की गोलियां खिलाने चाहिए। ऐसा करने से आपके जीवन की आर्थिक तंगी दूर होगी और धन-धान्य की प्राप्ति होगी।
- काल सर्पदोष दूर करने के लिए पिठोरी अमावस्या के दिन चांदी के नाग-नागिन का जोड़ा बना कर नदी में प्रवाहित कर देना चाहिए या फिर शंकर जी के मंदिर में चढ़ा देना चाहिए।
- पिठोरी अमावस्या के दिन तुलसी का पूजन करके, परिक्रमा करनी चाहिए। ऐसा करने से रोग दोष से मुक्ति मिलती है तथा धन लाभ होने की संभावना होती है।
-कुशग्रहणी अमावस्या के दिन आप भगवान विष्णु और माता लक्ष्मी की पूजा करे, पूजन करने से पहले भगवान विष्णु का दक्षिणावर्ती शंख से अभिषेक करें |
- इस दिन हनुमान मंदिर में बजरंगबली के सामने एक सरसों के तेल का दीपक जलायें और साथ ही हनुमान चालीसा का पाठ करें |
- प्रातःकाल में स्नान करे पीपल के पेड़ में जल व दूध चढ़ाएं और उसका पूजन करें और पूजन के बाद पीपल की 7 बार परिक्रमा करें और एक घी का दीपक भी जलायें |
- कुशग्रहणी अमावस्या पर शिवलिंग का जलाभिषेक अवश्य करें और इस दिन दान करना भी बहुत शुभ माना गया है |