LBS PG कॉलेज में सुभाष चन्द्र बोस जयंती पर आयोजन, आजादी में योगदान पर की गयी चर्चा
 

द्वितीय विश्वयुद्ध के दौरान सुभाष चन्द्र बोस ये समझ चुके थे कि अंग्रेज शासकों के दुश्मनों के साथ मिलकर ही आज़ादी पाई जा सकती हैं।
 

चन्दौली जिले के लाल बहादुर शास्त्री स्नातकोत्तर महाविद्यालय दीनदयाल उपाध्याय नगर के परिसर में बीएड विभाग द्वारा सुभाष चन्द्र बोस जयंती का आयोजन किया गया, जिसमें उनके आजादी में योगदान को याद किया गया ।

 इस अवसर पर बोलते हुए प्रो धनंजय राय ने कहा कि भारत को महान बनाने का नेताजी का सपना अभी तक अधूरा है, हम सभी को उसे साकार करने के लिए भरसक प्रयास करना चाहिए। डॉ. ब्रजेश ने कहा कि अपनी छोटी आयु में ही सुभाष चन्द्र बोस ने यह जान लिया था कि जब तक सभी भारतवासी एकजुट होकर अंग्रेजों का विरोध नहीं करेंगे, तब तक हमारे देश को उनकी गुलामी से मुक्ति नहीं मिल पायेगी। द्वितीय विश्वयुद्ध के दौरान सुभाष चन्द्र बोस ये समझ चुके थे कि अंग्रेज शासकों के दुश्मनों के साथ मिलकर ही आज़ादी पाई जा सकती हैं। 21 अक्टूबर 1943 को उन्होंने आज़ाद हिन्द सरकार का गठन किया। हर साल इसके गठन की एनीवर्सरी मनायी जाती है।

इस अवसर पर डॉ. धर्मेन्द्र, डॉ. अश्विनी, डॉ. दीपक, डॉ. अरविंद आदि के साथ बीएड के छात्र-छात्राएं उपस्थित रहीं। कार्यक्रम का संचालन डॉ. अश्विनी ने किया।