ट्रेन से कटकर टॉफी व्यापारी जसमीत की दर्दनाक मौत, लाइसेंस से हुयी पहचान
 

तीन बेटों मे सबसे बड़ा बेटा जसमीत सिंह (23 वर्ष) चौरहट गांव के नयी बस्ती के समीप रेलवे ट्रैक पर शव पाए जाने से क्षेत्र में सनसनी फैल गई।
 

टॉफी का व्यापार करके पालता था परिवार, मौत से परिवार पर टूटा कहर, अब कौन उठाएगा परिवार का खर्चा

चंदौली जिले की मुगलसराय कोतवाली अंतर्गत चौरहट गांव निवासी जसमीत सिंह (23 वर्ष) की शनिवार की सुबह ट्रेन के चपेट में आने से चौरहट गांव की नयी बस्ती के समीप मौत हो गई। इस हादसे की सूचना एक मालगाड़ी के पायलट ने ब्यासनगर स्टेशन को सूचना दी। रेलवे के मेमो मिलते ही मौके पर जलीलपुर पुलिस पहुंच शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया।


   
बताया जा रहा है कि जलीलपुर चौकी अंतर्गत चौरहट गांव निवासी स्वगीर्य अवतार सिंह के तीन बेटों मे सबसे बड़ा बेटा जसमीत सिंह (23 वर्ष) चौरहट गांव के नयी बस्ती के समीप रेलवे ट्रैक पर शव पाए जाने से क्षेत्र में सनसनी फैल गई। ट्रेन के पायलट की सूचना पर मिले मेमो पर पहुंची जलीलपुर पुलिस ने शव को कब्जे में लेकर जामा तलाशी में मिले ड्राइविंग लाइसेंस व आधार कार्ड के आधार पर उसकी पहचान जसमीत सिंह निवासी चौरहट नई बस्ती के रूप में हुई। 

इसकी पहचान होने के बाद पुलिस ने मृतक के परिजनों के घर जाकर घटना की पूरी जानकारी दी। जानकारी मिलते ही घर में कोहराम मच गया और पुलिस ने शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया। 

इस सम्बंध में जलीलपुर चौकी प्रभारी कृष्ण कुमार गुप्ता ने बताया कि ट्रेन के चपेट में आने से जसमीत की मौत हो गई है। शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया गया है।

 मृतक टाँफी का था थोक व्यवसाई

 मृतक जसमीत सिंह टॉफी का थोक व्यवसाई था। वह आसपास के जनपदों मिर्जापुर, सोनभद्र, चंदौली आदि जगहों पर व्यापारियों व दुकानदारों के यहां माल की सप्लाई करता था। मृतक तीन भाइयों में एक बहन में दूसरे नंबर पर था। मृतक के पिता की मृत्यु एक वर्ष पूर्व हो चुकी है। दो भाई हरजीत सिंह व मनजीत सिंह छोटे हैं। बड़ी बहन की शादी हो चुकी है। 

छोटे भाई हरजीत सिंह ने बताया कि बड़ा भाई जसदीप सिंह चार दिन पूर्व अपने दांत में दर्द होने के कारण दांत का इलाज करा कर आया था। तबसे वह घर मे ही रह रहा था। शुक्रवार की रात्रि लगभग 8 बजे अपनी मां अजीत कौर से खिचड़ी मांग कर खाने के बाद घर से निकला और शनिवार की सुबह पुलिस द्वारा उसके मरने की सूचना घर पर दी गई। 
घर का निकल गया था।  

अकेले कमाने वाला था युवक
 एक वर्ष पुर्व पिता की मृत्यु के बाद जसमीत सिंह ही परिवार का खर्च चला रहा था। वही अपने छोटे भाईयों को पढ़ा लिखा रहा था। उसकी मौत के बाद परिवार का खर्च व भाईयों की शिक्षा प्रभावित होगी। यही सब सोचकर मां व बहन का रो रो कर बुरा हाल हो रहा था।