आखिर क्या मजदूर की मौत का असली कारण, मौके के बयान और FIR में मतभेद
अलीनगर थाना क्षेत्र रोहणा गांव में हुयी थी मौत
काफी देर तक मशक्कत करते रहे सीओ-एसडीएम
पोस्टमार्टम के बाद खुलेगा मौत कारण
एक्सीडेंट या बोरे में दबने से हुयी है मौत
चंदौली जिले के अलीनगर थाना क्षेत्र रोहणा गांव में देर रात एक मजदूर की मौत हो गई थी, जिसमें मृतक के भाई का आरोप था कि गांव के कोटेदार जबरदस्ती कन्ना भरा बोरा लदवाने के दौरान घटना हुई थी। जैसे ही सूचना पर पीडीडीयू एसडीएम विराग पांडेय व सीओ अनिरुद्ध सिंह पहुंचे। लेकिन ग्रामीण 6 घंटे तक कोटेदार के घर के सामने विरोध प्रदर्शन जारी रखे थे। किसी तरह प्रदर्शन खत्म करवा कर मृतक की डेड बॉडी को पोस्टमार्टम के लिए जिला अस्पताल भेज दिया। लेकिन जब मृतक की सास अलीनगर थाने में लिखित तहरीर दी तो कहानी कुछ और थी।
प्रदर्शन के दौरान मृतक का भाई कुबेर बिन्द ने बताया कि गांव के कोटेदार थे मेरे भाई जो मंटू बिन्द आठ साल से उनके यहां काम कर रहे थे। जबकि बुधवार को बरसात होने की वजह से काम पर नहीं जाना चाह रहे थे, लेकिन कोटेदार द्वारा जबरदस्ती भाई को काम पर ले जाया गया। इतना ही नहीं चार दिन का पैसा भी काम करवा कर कोटेदार नहीं दिए थे, जिस भाई को लगा की होली का त्यौहार नजदीक है अगर काम पर नहीं जाते हैं तो साव जी पैसा नहीं देंगे। जिसकी वजह से भाई उसके काम पर चले गए और काम पर जाने के बाद लगभग 80 किलो का धान का कन्ना जैसे ही उठाकर आगे बढ़े तभी बरसात के पानी की वजह से ऊंचाई वाले स्थान पर पहुंचे ही थे कि पैरों फिसल गया, वही मौके पर बेहोश हो गए।
वहां ग्रामीणों ने गंभीर हालत देखते हुए जिला अस्पताल नहीं जा रहे थे कि रास्ते में ही दम तोड़ दिए जिससे उनकी मौत हो गई। कहां कि मृतक के चार बच्चे हैं, तीन पुत्र व एक पुत्री है। उनके जीवन यापन के लिए एक ही कमाई वाला घर में था। मेरी मांग है कि परिवार वालों को जीवन विप करने के लिए कुछ राशि प्रदान की जाए।
वहीं, मृतक की सास ने अलीनगर थाना में लिखित तहरीर देते हुए बताया कि बुधवार की शाम लगभग 7 बजे मेरा दामाद मिंटू लाल बिन्द अपने दरवाजे के सामने खड़े थे। सामने से कोटेदार दीनानाथ गुप्ता अपना ट्रैक्टर तेज व लापरवाही पूर्वक चलाते हुए आए और ब्रेक मारते तो उसी समय ट्रैक्टर के धक्का लगने के कारण मेरे दामाद मिंटू लाल की मौके पर ही मृत्यु हो गई।
इस संबंध में पीडीडीयू नगर सीओ अनिरुद्ध सिंह ने बताया कि एक मजदूर की दुर्घटना में मौत हो गई, वहीं परिवार वालों की कुछ मांग थी, उसी के संबंध में वार्ता किए हैं। अब जब मृतक की डेड बॉडी को लेकर मर्चरी के लिए जिला अस्पताल भेज दिया गया है और आगे जो भी विधिक करवाई की जा रही है।