बसपा उम्मीदवार को देखकर लोग बोले- नेता हो तो ऐसा, प्रचार छोड़ शव को दिया कंधा  

चंदौली समाचार के साथ बातचीत करते हुए सत्येंद्र कुमार मौर्य ने कहा कि हमने तो सिर्फ मानवीय फर्ज निभाते हुए परिवार का दुख साझा करने की कोशिश की है।
 

चंदौली लोकसभा के उम्मीदवार सत्येन्द्र कुमार मौर्या

सेप्टिक टैंक की जहरीली गैस पीड़ितों की मदद

अंतिम विदाई के लिए खुद मुस्तैदी के साथ डंटे रहे बसपा उम्मीदवार

चंदौली जिले में बुधवार की बीती रात को हुए दर्दनाक हादसे में सेप्टिक टैंक की जहरीली गैस की चपेट में आने से चार लोगों की मौत की खबर से हर कोई गमगीन था। देर रात हुई इस घटना के बाद आज जब मृतकों के शव का पोस्टमार्टम करके लाश को परिजनों को सौंपा गया तो उनको अंतिम विदाई देने के लिए भारी भीड़ उमर पड़ी।

इस दौरान चुनाव में बिजी रहने के बावजूद बहुजन समाज पार्टी के उम्मीदवार सत्येंद्र कुमार मौर्य ने मृतक के परिजनों को ढांढस बढ़ाया और अंतिम विदाई के लिए खुद मुस्तैदी के साथ डंटे रहे। न सिर्फ उन्होंने अंतिम यात्रा में शामिल होकर शव को कंधा दिया, बल्कि पूरे परिवार के साथ अपनी संवेदनाएं व्यक्त की।

देखें विडियो - https://youtube.com/shorts/4Rx41e7Pi3E?feature=share

 इस घटना में शामिल होने के लिए लोग बसपा उम्मीदवार की तारीफ कर रहे थे और हर कोई कह रहा था कि उम्मीदवार हो तो ऐसा जो घर दुख की घड़ी में लोगों के साथ कंधे से कंधा मिलाकर खड़ा हो जाए। चुनावी माहौल के बावजूद भी सत्येंद्र कुमार मौर्य ने मृतकों के पास अपना अच्छा खासा समय बिताया और कहा कि पीड़ित परिवार को हुई इस अपूरणीय क्षति की भरपाई तो नहीं हो सकती, लेकिन इस दुख की घड़ी में परिवार के लोगों को सहारा देकर उनके दुख दर्द को जरूर बांटा जा सकता है।

 चंदौली समाचार के साथ बातचीत करते हुए सत्येंद्र कुमार मौर्य ने कहा कि हमने तो सिर्फ मानवीय फर्ज निभाते हुए परिवार का दुख साझा करने की कोशिश की है। यह राजनीति करने का समय नहीं था, लेकिन परिवार के दुख को बांटने की कोशिश है। हमने चुनावी व्यवस्था के बावजूद भी सारे कार्यक्रम रद्द करके पीड़ित परिवार की मदद करना मुनासिब समझा।

 उनके साथ मुगलसराय के बहुजन समाज पार्टी के प्रत्याशी विधायक तिलकधारी बिंद और चंदौली के जिला अध्यक्ष घनश्याम प्रधान और  प्रधानजी इंजीनियर राजू मौर्य तमाम साथियों के साथ मृतक परिवार के घर जाकर और उनके परिवार को सांत्वना दी।