'आपकी पूंजी, आपका अधिकार': 103 करोड़ रुपये की लावारिस राशि के लिए जागरूकता शिविर
अनक्लेम्ड डिपॉजिट्स का कैसे करें क्लेम
वास्तविक दावेदारों तक पहुँचाने का संकल्प
उद्गम पोर्टल पर पंजीकरण की दी गई जानकारी
103 करोड़ रुपये की लावारिस राशि देने की तैयारी
चंदौली जिले में वित्तीय सेवाओं तक पहुंच और वित्तीय जागरूकता बढ़ाने के उद्देश्य से, आज दिनांक 05 दिसंबर 2025 को विकासखंड नियामताबाद में एक महत्वपूर्ण बृहद शिविर का आयोजन किया गया। यह शिविर वित्तीय सेवा विभाग, वित्त मंत्रालय के निर्देशानुसार "वित्तीय क्षेत्र में बिना दावे वाली सम्पत्तियों (Unclaimed Deposits)" के लिए चलाए जा रहे राष्ट्रव्यापी जागरूकता अभियान 'आपकी पूंजी, आपका अधिकार' के तहत आयोजित किया गया।
शिविर का मुख्य उद्देश्य बैंक जमा, बीमा पॉलिसी, लाभांश, म्यूचुअल फंड आदि से संबंधित बिना दावे वाली (Unclaimed) राशि को उनके वास्तविक दावेदारों या उत्तराधिकारियों तक पहुँचाना था। शिविर में 150 से अधिक नागरिकों ने भाग लिया।
जिले में 103 करोड़ रुपये की लावारिस राशि
शिविर का संचालन अग्रणी जिला प्रबंधक (LDM) सुनील कुमार भगत द्वारा किया गया। कार्यक्रम की अध्यक्षता रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया (RBI) के अग्रणी जिला अधिकारी श्री विशाल यादव ने की। अग्रणी बैंक प्रबंधक श्री सुनील कुमार भगत ने इस दौरान अत्यंत महत्वपूर्ण जानकारी साझा की। उन्होंने बताया कि जनपद चंदौली के विभिन्न बैंकों में कुल 3,90,732 खातों में लगभग 103 करोड़ रुपये की राशि 'लावारिस राशि' (Unclaimed Amount) के रूप में उपलब्ध है। उन्होंने नागरिकों को सूचित किया कि खाताधारक केवाईसी (KYC) प्रक्रियाओं को पूरा करके इस राशि को पुनः प्राप्त कर सकते हैं।
उद्गम पोर्टल से मिलेगी जानकारी
कार्यक्रम के दौरान अधिकारियों ने नागरिकों को इस लावारिस राशि की जानकारी प्राप्त करने का डिजिटल माध्यम भी बताया। उन्होंने कहा कि अधिक जानकारी के लिए नागरिक सरकार के उद्गम (UDGAM) पोर्टल पर पंजीकरण कराकर अपने या अपने परिजनों से संबंधित अनक्लेम्ड डिपॉजिट्स की स्थिति को देख और जानकारी प्राप्त कर सकते हैं। इस पोर्टल का मुख्य उद्देश्य लोगों को उनकी वर्षों से निष्क्रिय पड़ी संपत्ति की पहचान करने में मदद करना है।
अधिकारियों ने दिए विस्तृत निर्देश
इस अवसर पर कई वरिष्ठ अधिकारियों ने योजना के बारे में विस्तृत जानकारी दी और नागरिकों के सवालों के जवाब दिए। रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया के अग्रणी जिला अधिकारी, श्री विशाल यादव ने इस राष्ट्रव्यापी अभियान के महत्व पर प्रकाश डाला और कहा कि यह पहल वित्तीय समावेशन को मजबूत करेगी।
जिला विकास प्रबंधक, विजेयन्द्र कुमार और खंड विकास अधिकारी, रुबेन शर्मा ने ग्रामीण स्तर पर जागरूकता बढ़ाने के प्रयासों पर जोर दिया। उप क्षेत्र प्रमुख, यूनियन बैंक ऑफ इंडिया, चंदौली अभिषेक कुमार, एनआईसी के नोडल ऑफिसर अविनाश कुमार सिंह, और वित्तीय साक्षरता सलाहकार समन्वयक विवेक कुमार ने तकनीकी और दस्तावेजीकरण संबंधी आवश्यकताओं पर मार्गदर्शन दिया।
शिविर में विभिन्न बैंकों के जिला समन्वयक, प्रबंधक, व्यवसाय मित्र और बीसी सखी आदि भी उपस्थित रहे, जिन्होंने सीधे नागरिकों को उनके बैंक खातों से संबंधित समस्याओं का समाधान प्रदान किया। यह अभियान चंदौली के उन हजारों नागरिकों के लिए एक बड़ा अवसर है, जिनकी मेहनत की कमाई बैंकों में लावारिस पड़ी है।