भारतमाला प्रोजेक्ट के चालकों को चेतावनी: डंपर से हादसा हुआ तो ड्राइवर और मालिक पर चलेगा हत्या का मुकदमा

 

उतरौत हादसे के बाद पीडीडीयू नगर सीओ कृष्ण मुरारी शर्मा ने भारतमाला प्रोजेक्ट की टीम के साथ आपात बैठक की। उन्होंने चेतावनी दी कि डंपर की लापरवाही से मौत होने पर अब वाहन स्वामी और चालक पर हत्या की धारा के तहत कार्रवाई होगी।

 
 

लापरवाही पर चलेगा हत्या का मुकदमा

भारतमाला प्रोजेक्ट टीम की बैठक में कसी नकेल

डंपर चालकों प्रशासन की सख्त चेतावनी

निर्धारित गति सीमा का पालन करना जरूरी

चंदौली जनपद अंतर्गत बबुरी थाना क्षेत्र के उतरौत बाजार में 25 दिसंबर को हुए दर्दनाक हादसे ने पुलिस प्रशासन को हिलाकर रख दिया है। मिट्टी लदे एक तेज रफ्तार डंपर ने मासूम शिवांश की जान ले ली थी, जिसके बाद उपजे जन-आक्रोश को देखते हुए शुक्रवार को क्षेत्राधिकारी (सीओ) पीडीडीयू नगर कृष्ण मुरारी शर्मा ने मोर्चा संभाला। सीओ ने भारतमाला प्रोजेक्ट के मैनेजरों, कर्मचारियों और वाहन चालकों के साथ गौरिहार और वीसलपुरा में महत्वपूर्ण बैठकें कीं। इन बैठकों का एकमात्र एजेंडा सड़कों पर दौड़ते इन 'मौत के सौदागरों' की रफ्तार पर लगाम कसना और सुरक्षा मानकों को सख्ती से लागू करना था।

अब एक्सीडेंट नहीं, माना जाएगा मर्डर
बैठक के दौरान सीओ कृष्ण मुरारी शर्मा का कड़ा रुख देखने को मिला। उन्होंने डंपर चालकों और प्रोजेक्ट टीम को दोटूक शब्दों में चेतावनी दी कि भविष्य में यदि किसी डंपर की लापरवाही या तेज रफ्तार के कारण किसी व्यक्ति की जान जाती है, तो इसे महज एक दुर्घटना नहीं माना जाएगा। उन्होंने स्पष्ट किया कि ऐसी स्थिति में वाहन चालक के साथ-साथ वाहन स्वामी (मालिक) को भी बराबर का दोषी मानते हुए उनके खिलाफ जानबूझकर हत्या (IPC की संबंधित धाराओं) के तहत मुकदमा दर्ज किया जाएगा। सीओ ने कहा कि लोगों की जान से खिलवाड़ करने की इजाजत किसी भी प्रोजेक्ट को नहीं दी जा सकती।

घनी आबादी में गति सीमा  का पालन
सीओ ने बबुरी थाना प्रभारी सूर्य प्रकाश मिश्रा और शहाबगंज थाना प्रभारी की मौजूदगी में चालकों को यातायात नियमों के पाठ पढ़ाए। उन्होंने निर्देश दिया कि घनी आबादी वाले क्षेत्रों, स्कूलों और बाजारों से गुजरते समय डंपरों की गति न्यूनतम रखी जाए। बैठक के अंत में सभी डंपर चालकों और प्रोजेक्ट के कर्मचारियों को सड़क सुरक्षा, गति नियंत्रण और मानव जीवन के प्रति संवेदनशील रहने की शपथ भी दिलाई गई। सीओ ने कहा कि प्रशासन अब डंपरों की आवाजाही पर डिजिटल और भौतिक रूप से सख्त निगरानी रखेगा और मानकों का उल्लंघन पाए जाने पर भारी जुर्माना और जब्ती की कार्रवाई की जाएगी।

सुरक्षा मानकों के साथ कोई समझौता नहीं
इस दौरान भारतमाला प्रोजेक्ट के मैनेजरों को भी निर्देशित किया गया कि वे अपने स्तर पर चालकों की नियमित काउंसलिंग करें और यह सुनिश्चित करें कि कोई भी चालक नशे की हालत में वाहन न चलाए। सीओ कृष्ण मुरारी शर्मा ने बताया कि पुलिस का उद्देश्य विकास कार्यों में बाधा डालना नहीं है, बल्कि यह सुनिश्चित करना है कि विकास की गति किसी मासूम की जान की कीमत पर न हो। उतरौत की घटना जैसी पुनरावृत्ति न हो, इसके लिए पुलिस अब क्षेत्र में सक्रिय गश्त और आकस्मिक चेकिंग अभियान भी चलाएगी।