दिव्यांगों ने किया चक्का जाम, कल्याण अधिकारी पर लगाए पैसे वसूलने के आरोप
ट्राई साइकिल को लेकर दिव्यांगों ने किया चक्का जाम
दिव्यांग कल्याण अधिकारी पर लगाया दुर्व्यवहार का आरोप
ADM साहब कराएंगे मामले की जांच
चंदौली जिले के अलीनगर थाना क्षेत्र पचपेड़वा के समीप नेशनल हाईवे पर दिव्यांग अजय बहादुर सिंह के नेतृत्व में सोमवार की सुबह ट्राई साइकिल को लेकर दिव्यांगों ने जाम लगाकर अपनी समस्या के प्रति अफसर को ध्यान खींचने की कोशिश की।
इस दौरान दिव्यांग अजय बहादुर सिंह ने दिव्यांग कल्याण अधिकारी के ऊपर आपत्तिजनक शब्द के साथ चपरासी पर पैसा मांगने का आरोप लगाया। तभी मौके पर पहुंचे एसडीम ने कहा कि एडीएम साहब इसकी जांच करेंगे। मामला सही निकला तो कार्रवाई भी जरूर होगी।
आपको बता दें कि पचपेड़वा के समीप नेशनल हाईवे पर दो दर्जन दिव्यांगों ने ट्राई साइकिल के साथ पांच सूत्रीय मांगों को लेकर चक्का जाम करने जा रहे थे। चक्का जाम की सूचना मिलते ही अलीनगर पुलिस मौके पर पहुंच कर समझाकर रोड के किनारे करवाया। इसके बाद दिव्यांगों ने एकजुट होकर अपने अधिकार की मांग करते हुए हाथों में बैनर और पोस्टर लेकर अपनी समस्याओं को प्रदर्शित करते हुए दिव्यांगजन कल्याण अधिकारी पर बड़ा आरोप लगाया।
इस दौरान दिव्यांग के पूर्वांचल अध्यक्ष अजय बहादुर सिंह ने आरोप लगाते हुए कहा कि दिव्यांग अधिकारी दिव्यांगों के साथ बुरा व्यवहार करते हैं। विभाग की तरफ से दिव्यांगों को मुफ्त में मिलने वाले उपकरणों के लिए धन की डिमांड करते हैं। उनके ऑफिस में तैनात उनका चपरासी ट्राई साइकिल के नाम पर 10 हजार रुपए की रिश्वत मांगते हैं। साथ ही अन्य चीजों के लिए पैसे मांगता है।
जब तक जिलाधिकारी इनके ऊपर निलंबन की कार्रवाई नहीं करेंगे तब तक चक्का जाम समाप्त नहीं किया जाएगा। मौके पर पहुंचे पीडीडीयू नगर तहसीलदार ने उनकी मांगों को ध्यानपूर्वक सुनते हुए कार्रवाई का आश्वासन दिया, तब जाकर आंदोलनरत दिव्यांग माने और हाईवे पर सुचारू रूप से आवागमन संचालित हुआ।
इस संबंध में पीडीडीयू नगर एसडीएम आलोक कुमार ने बताया कि दिव्यांगों ने ट्राईसाईकिल व और समस्याएं के लिए तहसीलदार को पत्रक सौंपा है। उस संबंध में अपर जिला अधिकारी को संपूर्ण समाधान के दिन अवगत कराया गया है। इस पत्रक को निस्तारित के लिए दिव्यांग अधिकारी को पत्र भेज कर आदेश दिया गया है। साथ ही कहा कि आपत्तिजनक शब्दों का इस्तेमाल न करें। चपरासी के पैसे के मामले में अपर जिला अधिकारी जांच कराकर कार्रवाई करेंगे।