IMA की हड़ताल का जवाब देने के लिए कमर कस रहा नीमा, निशुल्क चिकित्सकीय सुविधा जारी रखने का फैसला

tds_top_like_showtds_top_like_showtds_top_like_showtds_top_like_showtds_top_like_show चंदौली जिले में शासन की ओर से आयुर्वेद चिकित्सकों को सर्जरी की अनुमति दिए जाने के मामले को लेकर डॉक्टरों का संगठन दो भाग में बंट गया है। एक तरफ इंडियन मेडिकल एसोसिएशन ने शासन के फैसले के विरोध में आज हड़ताल का फैसला लिया है। वहीं नेशनल इंटीग्रेटेड मेडिकल एसोसिएशन ने आईएमए के हड़ताल
 

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चंदौली जिले में शासन की ओर से आयुर्वेद चिकित्सकों को सर्जरी की अनुमति दिए जाने के मामले को लेकर डॉक्टरों का संगठन दो भाग में बंट गया है। एक तरफ इंडियन मेडिकल एसोसिएशन ने शासन के फैसले के विरोध में आज हड़ताल का फैसला लिया है। वहीं नेशनल इंटीग्रेटेड मेडिकल एसोसिएशन ने आईएमए के हड़ताल का जवाब देते हुए निशुल्क चिकित्सकीय सुविधा जारी रखने का ऐलान किया है।

बताते चले कि नेशनल इंटीग्रेटेड मेडिकल एसोसिएशन चकिया (नीमा) के प्रदेश अध्यक्ष डॉ ओपी सिंह ने मीडिया से वार्ता में कहा कि आईएमए के हड़ताल का जवाब दिया जाएगा। साथ ही कहा कि शासन की ओर से 58 बीमारियों का इलाज करने की मंजूरी दी गई है। इससे देश में चिकित्सकीय सुविधा का विस्तार होगा।

प्रदेश अध्यक्ष डॉ ओपी सिंह ने कहा कि आयुर्वेद विशुद्ध रूप से चिकित्सा विज्ञान है। इस विधा में बीएएमएस एमडी की डिग्री हासिल की जाती है। कोरोना काल में आयुष काढ़ा व आयुर्वेद पद्धति से संक्रमितों को काफी लाभ मिला है। कहा कि आईएमए के शुक्रवार को हड़ताल का निशुल्क चिकित्सकीय सेवा से जवाब दी जाएगी।

इस मौके पर सचिव डॉ जेए खान, डॉ आरडी तिवारी, डॉ सीवी सिंह, डॉ मनोज, डा संतोष शर्मा, डॉ मोहम्मद हुजैफा, डॉ सुनील सिंह आदि लोग यहाँ उपस्थित रहे।

आईएमए से जुड़े चिकित्सकों ने कैलाशपुरी में बैठक कर हड़ताल की रणनीति बनाई। संस्था के सचिव डॉ राजेंद्र श्रीवास्तव ने कहा कि सरकार के फैसले के विरोध में शुक्रवार को हड़ताल किया जाएगा। कोविड-19 और आकस्मिक सेवाओं को छोड़कर चिकित्सकीय सेवा पूरी तरह बंद रहेगी। आरोप लगाया कि सरकार एमबीबीएस की सीट बढ़ाने की बजाए चिकित्सकीय सुविधा के साथ खिलवाड़ कर रही है।

इस मौके पर डॉ डीपी सिंह, डॉ राजीव, डॉ प्रदीप गुप्ता, डॉ सुमन सिंह, डॉ प्रज्ञा शालिग्राम, डॉ नीलिमा सिंह, डॉ बीएस गोयल, डॉ अजीत, डॉ केएन सिंह, डॉ बीके अग्रवाल, डॉ गुलरेज खान, डॉ मनीष चौधरी आदि लोग मौजूद रहे।