धान का कन्ना ढ़ोते समय फिसला मजदूर का पैर, इलाज के पहले रास्ते में मौत
 

अलीनगर थाना क्षेत्र रोहणा गांव में बुधवार की देर शाम एक व्यक्ति  धान का कन्ना भरा बोरा खेत में पैर फिसलने पर  गिरने से मौके पर बेहोश हो गया। जब ग्रामीणों ने देखा तो कन्ना मलिक को सूचना दिए।
 

आक्रोशित ग्रामीणों ने कन्ना मलिक के घर का किया घेराव

6 घंटे से अधिक समय तक ग्रामीणों ने किया प्रदर्शनॉ

मदद की बात करके पुलिस ने की समझाने की कोशिश

 

चंदौली जिले के अलीनगर थाना क्षेत्र रोहणा गांव में बुधवार की देर शाम एक व्यक्ति  धान का कन्ना भरा बोरा खेत में पैर फिसलने पर  गिरने से मौके पर बेहोश हो गया। जब ग्रामीणों ने देखा तो कन्ना मलिक को सूचना दिए। सूचना पर पहुंचे कन्ना मलिक मजदूर की गंभीर हालत देखकर मौके से फरार हो गए। ग्रामीणों ने मजदूर को जिला अस्पताल ले ही जा रहे थे कि रास्ते में ही मौत हो गई। फिर ग्रामीणों ने मृतक की बॉडी लेकर कन्ना मलिक के घर के सामने  बैठकर विरोध प्रदर्शन करने लगे। मौके पर पहुंची पुलिस ग्रामीणों को समझाया लेकिन 6 घंटे तक ग्रामीण नहीं माने।

आपको बता दें कि अलीनगर थाना क्षेत्र रोहणा गांव के कोटेदार दीना गुप्ता धान का कन्ना खरीदारी करते है, जिनका गोदाम गांव के एक निजी कटरा के मकान में है। वही रोहणा गांव के मंटू बिन्द उम्र 35 वर्ष कोटेदार के यहां मजदूरी किया करते हैं। वही बुधवार की शाम में कोटेदार के गोदाम में मजदूर मंटू बिन्द  धान का कन्ना अपने पीठ पर रखकर 20 मीटर की दूरी पर एक खेत में  रख रहे थे। जैसे ही तीसरा बोरा धान का कन्ना खेत में रखने के बाद गोदाम से चौथा बोरा लेकर खेत की ओर जैसे ही बड़े तो किसी तरह पैर उनका फिसल गया, वहीं खेत में बेहोश होकर गिर गए।

इसके बाद जब ग्रामीणों ने देखा तो मजदूर को उठाकर चारपाई पर लिटाया। फिर उसके शरीर पर पानी का फौव्वारा मारा तो किसी तरह जब होश आया तो मजदूर ने अपने जबान से पानी कई गुहार लगाई। ग्रामीणों ने चम्मच से पानी पिलाया, फिर कन्ना मलिक कोटेदार दीनानाथ गुप्ता को सूचना दी। मौके पर पहुंचे कन्ना मलिक को ग्रामीणों ने बताया तो मौके पर ही टालमटोल करने लगे। फिर ग्रामीणों ने गंभीर हालत देखते हुए मजदूर मंटू बिन्द को जिला अस्पताल ले ही जा रहे थे कि रास्ते में मौत हो गई।

जैसे ही मजदूर की मौत की सूचना कन्ना मलिक दीनानाथ गुप्ता को मिली तो कन्ना मलिक दीनानाथ गुप्ता अपने परिवार को लेकर धिरे से खसक पड़े। आक्रोश ग्रामीणों ने मजदूर मंटू बिन्द की डेड बॉडी लेकर कोटेदार के घर के सामने बैठकर विरोध प्रदर्शन करने लगे। हंगामे की सूचना पर अलीनगर पुलिस को मिली तो दल बल के साथ कई पुलिस वाले मौके पर पहुंचे। फिर पुलिस ने सबको शांत करने का प्रयास किया, लेकिन ग्रामीण नहीं माने।

 बताया जा रहा है कि ग्रामीणों ने लगभग 6 घंटे से कोटेदार के घर के सामने धरने पर बैठकर प्रदर्शन करते रहे। 

स्थानीय लोगों का कहना है कि सबसे बड़ी लापरवाही कन्ना मलिक दीनानाथ गुप्ता की है, अगर उसने पहले इलाज के लिए डॉक्टर को बुलाकर मौके पर इलाज कराने की कोशिश करता तो मजदूर (मंटू बिन्द ) की मौत नहीं होती। यह सबसे बड़ी लापरवाही की वजह से एक परिवार का सदस्य चला गया। 

इस संबंध में अलीनगर थाना प्रभारी शेषधर पांडेय ने बताया कि मजदूर की मौत की सूचना मिली है, मौके पर ग्रामीणों को समझा कर लाश को पोस्टमार्टम के लिए भेजा जा रहा है। साथ ही पीड़ित के परिवार की मदद के लिए बताया जा रहा है।