अखिलेश यादव की सभा के पहले मिले मनोज सिंह और रामकिशुन, देखिए मुलाकात की तस्वीरें
 

दोनों नेताओं के बीच कुछ ऐसी भी बातें हुई हैं, जिनकी जानकारी सार्वजनिक नहीं हो पा रही है। दोनों नेताओं ने चंदौली और  रॉबर्ट्सगंज लोकसभा सीट पर पार्टी के प्रत्याशियों की मौजूदा स्थिति पर गंभीरता से विचार किया गया।
 

चंदौली लोकसभा चुनाव 2024

मनोज सिंह और रामकिशुन की मुलाकात के क्या है मायने

विरोधी खेमे में हो रही है तरह तरह की चर्चा

चंदौली जिले की सैयदराजा विधानसभा सीट के पूर्व विधायक और समाजवादी पार्टी के पूर्व सांसद रामकिशुन रविवार को एक दूसरे से मिले और काफी देर तक चंदौली जिले की राजनीति और ताजा हालात पर मंत्रणा की।  इस दौरान दोनों नेताओं के बीच लोकसभा चुनाव 2024 के साथ-साथ पार्टी की अन्य राजनीतिक गतिविधियों पर भी चर्चा होने की खबर बताई जा रही है। लेकिन बातचीत का पूरा व्यौरा किसी ने नहीं दिया है।

 जानकारी के अनुसार समाजवादी पार्टी के पूर्व विधायक और पार्टी के राष्ट्रीय सचिव मनोज सिंह डब्लू अचानक पूर्व सांसद रामकिशुन यादव के आवास बौरी गांव में जा पहुंचे। इस दौरान दोनों नेताओं की देर तक आपसी मुलाकात हुई। काफी देर तक दोनों राजनेता ने चंदौली लोकसभा चुनाव के साथ-साथ रॉबर्ट्सगंज लोकसभा सीट पर पार्टी की रणनीति और चुनाव प्रचार से जुड़े तमाम मुद्दों पर चर्चा की।

 बताया जा रहा है कि दोनों नेताओं के बीच कुछ ऐसी भी बातें हुई हैं, जिनकी जानकारी सार्वजनिक नहीं हो पा रही है। दोनों नेताओं ने चंदौली और  रॉबर्ट्सगंज लोकसभा सीट पर पार्टी के प्रत्याशियों की मौजूदा स्थिति पर गंभीरता से विचार किया गया।

 आपको बता दें कि एक ओर जहां चंदौली लोकसभा सीट पर वाराणसी जिले के रहने वाले वीरेंद्र सिंह की टिकट की घोषणा और उम्मीदवार बनाए जाने की सूचना पर इन दोनों नेताओं ने अपनी कड़ी प्रतिक्रिया दी थी और वीरेंद्र सिंह को दल बदलू नेता बताकर नामांकन तक उनके टिकट कट जाने के लिए संभावना जताई थी, लेकिन बदले राजनीतिक हालात और पार्टी के दिशा निर्देश के कारण मनोज सिंह डब्लू ने चुप्पी साध ली और वीरेंद्र सिंह का समर्थन करने का फैसला किया। अब तो समाजवादी पार्टी के पूर्व विधायक बाकायदा अपनी ओर से कार्यक्रम आयोजित करके उनको जीत दिलाने की कोशिश कर रहे हैं, लेकिन पूर्व सांसद रामकिशुन यादव पूरे मामले से अपने आप को दूर रखे हुए हैं। ऐसा उन्होंने निजी कारणों के साथ-साथ पार्टी प्रत्याशी और चुनाव अभियान की कमान संभाल रहे लोगों की संवेदनहीनता के कारण किया है।

 पूर्व सांसद होने के नाते वह चंदौली जनपद के कई इलाकों में अच्छी पकड़ रखते हैं, लेकिन इसके बावजूद भी उनका चुनाव प्रचार अभियान में पार्टी प्रत्याशी द्वारा शामिल नहीं किया जा रहा है। ऐसा माना जा रहा है कि पूर्व मुख्यमंत्री और पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव के आगमन के पहले मनोज कुमार सिंह व और रामकिशुन की मुलाकात कोई नया संदेश दे सकती है और रामकिशुन यादव भी कोई बड़ा फैसला कर सकते हैं।