बच्चों के विवाद में घायल भानु प्रताप की मौत से मुगलसराय में तनाव, पुलिस को PM रिपोर्ट का इंतजार
मुगलसराय के माल गोदाम पोखरी के पास 3 दिसंबर को हुए खूनी संघर्ष में घायल भानु प्रताप सिंह की शुक्रवार को मौत हो गई। बच्चों के विवाद में लगी सिर की चोट जानलेवा साबित हुई। पुलिस ने शव को कब्जे में लेकर जांच शुरू कर दी है।
बच्चों के मामूली विवाद में दो पक्षों के बीच हुई थी जमकर मारपीट
लाठी-डंडे और पत्थरबाजी में भानु प्रताप के सिर में आई थी गंभीर चोट
अस्पताल से डिस्चार्ज होने के बाद अचानक बिगड़ी तबीयत और हुई मौत
मुगलसराय पुलिस ने एहतियातन अस्पताल परिसर में तैनात किया भारी बल
पोस्टमार्टम रिपोर्ट के आधार पर दर्ज होगा हत्या का मुकदमा
चंदौली जनपद के मुगलसराय कोतवाली क्षेत्र में बीते 3 दिसंबर को बच्चों के विवाद से शुरू हुआ झगड़ा अब एक दुखद अंत तक पहुंच गया है। माल गोदाम पोखरी के पीछे हुई मारपीट में घायल 48 वर्षीय भानु प्रताप सिंह की शुक्रवार सुबह अस्पताल में इलाज के दौरान मौत हो गई। इस घटना के बाद मृतक के परिजनों में चीख-पुकार मची है, वहीं इलाके में उपद्रव की आशंका को देखते हुए पुलिस प्रशासन मुस्तैद हो गया है।
3 दिसंबर को हुआ था खूनी संघर्ष
घटनाक्रम के अनुसार, 3 दिसंबर को ओढ़वार गांव निवासी भानु प्रताप सिंह (पुत्र तेज प्रताप सिंह) और चतुर्भुजपुर निवासी दिनेश प्रताप सिंह के परिवारों के बीच बच्चों की बात को लेकर कहासुनी हुई थी। देखते ही देखते विवाद इतना बढ़ गया कि दोनों ओर से लाठी-डंडे और ईंट-पत्थर चलने लगे। इस हिंसक झड़प में भानु प्रताप के सिर में गंभीर चोट आई थी। उस समय उनका प्राथमिक उपचार कराया गया और स्थिति में सुधार होने पर वह घर लौट आए थे।
अचानक बिगड़ी तबीयत और मौत
परिजनों ने बताया कि भानु प्रताप घर पर ही थे, लेकिन गुरुवार की रात अचानक उनकी तबीयत बेहद गंभीर हो गई। आनन-फानन में उन्हें पुनः मेटिस अस्पताल ले जाया गया। डॉक्टरों ने उन्हें बचाने का भरसक प्रयास किया, लेकिन शुक्रवार की सुबह उन्होंने दम तोड़ दिया। परिजनों का आरोप है कि मारपीट के दौरान सिर में लगी अंदरूनी चोट ही उनकी मौत का मुख्य कारण बनी है।
पुलिस की कार्रवाई और पोस्टमार्टम का इंतजार
घटना की सूचना मिलते ही पीडीडीयू नगर क्षेत्राधिकारी (CO) कृष्ण मुरारी शर्मा और मुगलसराय पुलिस मौके पर पहुंची। क्षेत्राधिकारी ने बताया कि विवाद के समय संबंधित धाराओं में मुकदमा दर्ज कर शांति भंग की कार्रवाई की गई थी। अब मौत की खबर के बाद पुलिस ने शव को कब्जे में लेकर जिला अस्पताल पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया है।
अस्पताल में पुलिस बल तैनात
मामले की संवेदनशीलता और दो पक्षों के बीच तनाव को देखते हुए प्रशासन ने अस्पताल परिसर और संबंधित क्षेत्रों में पुलिस बल तैनात कर दिया है। पुलिस अधिकारियों का कहना है कि पोस्टमार्टम रिपोर्ट में मौत का वास्तविक कारण स्पष्ट होने के बाद ही मामले में हत्या की धाराएं जोड़ी जाएंगी और दोषियों के खिलाफ कठोर कार्रवाई की जाएगी। वर्तमान में गांव में शांति व्यवस्था बनाए रखने के लिए पुलिस गश्त बढ़ा दी गई है।