चलती ट्रेन में चढ़ते समय पैर फिसलकर गिरने से यात्री की मौत
पीडीडीयू जंक्शन पर शाम को हुआ हादसा
कुरहना गांव का रहने वाला था रविंद्र
ट्रेन की चपेट में आने से हुई मौत
परिजनों में मचा कोहराम
पीडीडीयू नगर के स्थानीय रेलवे स्टेशन पर बुधवार को शाम साढ़े छह बजे चलती ट्रेन में चढ़ते होते समय पैर फिसलने से यात्री प्लेटफार्म के नीचे गिर गया। ट्रेन की चपेट में आने से उसकी मौत हो गई। पीडीडीयू नगर से सटे कुरहना गांव निवासी यात्री अपने पत्नी के साथ झारखंड के साहेबगंज जा रहा था।
आपको बता दें कि कुरहना गांव निवासी रविंद्र सिंह (50) अपनी पत्नी पार्वती देवी के साथ पीडीडीयू नगर में रस्तोगी गली में किराए के मकान में रहता था। रविंद्र की ससुराल झारखंड के साहेबगंज जिला के बरहवा में है। बुधवार की शाम वह फरक्का एक्सप्रेस से पत्नी के साथ साहेबगंज के लिए चला था। ट्रेन शाम सवा छह बजे स्टेशन के प्लेटफार्म संख्या एक पर पहुंची।
बताते चलें कि रविंद्र और उसकी पत्नी स्लीपर कोच में एस-4 कोच के सीट संख्या 44 और 45 पर सवार हो गए। इसके बाद रविंद्र पानी भरने के लिए ट्रेन से नीचे उतर आए। पानी लेते समय ट्रेन खुल गई। रविंद्र पानी लेकर चलती ट्रेन में सवार होने लगे। इस बीच पैर फिसलने के कारण वे प्लेटफार्म के नीचे आ गए।
हड़कंप मचने पर जीआरपी ने चेन पुलिंग कर ट्रेन रोकी और रविंद्र को बाहर निकाला लेकिन तब तक उसकी मौत हो गई। इसके बाद ट्रेन से रविंद्र की पत्नी को उतारा गया। घटना की सूचना मिलते ही पुत्र प्रमोद, मुन्ना, विनोद और कुंदन रोते बिलखते जीआरपी पहुंच गए। जीआरपी कोतवाल सुनील कुमार सिंह ने बताया कि यात्री के शव को पोस्टमार्टम के लिए भेजने की कार्रवाई की जा रही है।
खुल जाता पैंट्रीकार का दरवाजा तो बच सकती थी जान
फरक्का एक्सप्रेस के पैंट्रीकार का दरवाजा खुल जाता तो रविंद्र की जान बच सकती थी। हुआ यूं कि ट्रेन खुलने पर रविंद्र ने पैंट्रीकार के दरवाजे का हैंडल पकड़ लिया लेकिन दरवाजा बंद था। कई बार पीटने के बाद भी दरवाजा नहीं खुला। ऐसे में वह कुछ दूरी तक घिसटता रहा और फिर प्लेटफार्म के नीचे गिर गया।