राशनचोर निकला इस गांव का कोटेदार, कोटा निलंबित और अलीनगर थाने में दर्ज हुयी एफआईआर
पटपरा गांव में कोटे की दुकान की खुली पोल
राशन वितरण में काफी गड़बड़ी
दो माह का राशन कर दिया है गोल
जांच में मिली ऐसी हकीकत
बीते 30 मार्च को पटपरा गांव के प्रधान प्रतिनिधि ने विभाग के अधिकारियों को सूचना दी कि कोटेदार कार्ड धारकों को राशन वितरण नहीं कर रहा है। पात्र जब कार्ड लेकर राशन लेने जा रहे हैं तो उन्हें बाद में आने की बात कह कर लौटा दिया जा रहा है। शिकायत करने वालों ने कहा कि कोटेदार ऐसा काम काफी लंबे समय से कर रहा है।
इस सूचना पर पूर्ति निरीक्षक विक्रांत श्रीवास्तव व चहनिया पूर्ति निरीक्षक अमित द्विवेदी मौके पर जांच करने पहुंचे। पूर्ति निरीक्षक के मुताबिक जांच के दौरान वहां न तो चावल मिला और न ही गेंहूँ। यहां तक कि चीनी भी गायब थी। जबकि मार्च का शेष राशन व अप्रैल माह का पूरा राशन कोटेदार के पास होना चाहिए। इसके साथ ही जांच में साइन बोर्ड, स्टॉक बोर्ड, रेट बोर्ड, कार्ड धारकों की सूची तथा टोल फ्री नम्बर की कोई सूचना अंकित नहीं थी।
इसके बाद जब एमआईएस रिपोर्ट की समीक्षा की गई तो उसकी स्थिति बेहद ही खराब पायी गयी। जबकि अन्य कोटा दुकानों की रिपोर्ट काफी बेहतर मिली है। पूर्ति निरीक्षक अमित द्विवेदी ने बताया कि इसपर तत्काल दुकान को निलम्बित करते हुए सैदपुरा कोटा दुकान से संबद्ध कर दिया गया।
बताया जा रहा है कि जिले के जिलाधिकारी के निर्देश पर पटपरा के कोटेदार रामबाबू के खिलाफ आवश्यक वस्तु अधिनियम के उलंघन पर अलीनगर थाने में सुसंगत धाराओं में मुकदमा दर्ज कराया गया है। साथ ही इसकी पूरी रिपोर्ट जिलाधिकारी को भेज दी गई है।