RPF जवानों के रुपये गबन करने वाले क्लर्क को नहीं पकड़ पा रही पुलिस, फरार है युवराज
 

चंदौली जिले के पीडीडीयू नगर मंडल रेल प्रबंधक कार्यालय में स्थित सुरक्षा विभाग के आफिस से आरपीएफ जवानों के रुपये गबन होने के मामले में पुलिस के हाथ अभी भो खाली हैं।

 

युवराज सिंह के खिलाफ कब होगी कार्रवाई

दर्ज होने के बाद भी पुलिस के हाथ खाली

आधा दर्जन कर्मचारियों पर भी लटकी है कार्रवाई की तलवार
 

चंदौली जिले के पीडीडीयू नगर मंडल रेल प्रबंधक कार्यालय में स्थित सुरक्षा विभाग के आफिस से आरपीएफ जवानों के रुपये गबन होने के मामले में पुलिस के हाथ अभी भो खाली हैं।

हालांकि, आरपीएफ का दावा है कि जल्द ही मामले में संलिप्त आधा दर्जन कर्मचारियों पर कार्रवाई को तलवार लटकेगी। वहीं कोतवाली पुलिस पैसे ट्रांसफर हुए एकाउंट की विवेचना कर रही है, लेकिन अभी भी पुलिस के हाथ कोई कड़ी नहीं लगी है। 


विडंबना यह है कि एक पखवाड़े से अधिक समय बीत जाने के बावजूद सुरक्षा विभाग का क्लर्क युवराज सिंह पुलिस के हाथ नहीं लगा है। ऐसे में अब सवाल यह उठने लगा है कि कारवाई होगी या फिर मामले में लीपापोती हो जाएगी।


आरपीएफ के वरीय मंडल सुरक्षा आयुक्त जितिन बी राज को सूत्रों से पता चला कि कई वर्षों से कर्मियों के वेतन में अनियमितता की जा रही है। इसके बाद कमांडेंट ने जांच टीम गठित को थी। आरक्षी मोहम्मद मुजीब के वेतन भुगतान की जांच की गई तो माह जुलाई-2023 में वेतन तीन लाख 69 हजार 388, माह अगस्त में चार लाख 44 हजार 181 और सितंबर में तीन लाख 52 हजार 713 चना था, जो जुलाई से सितंबर तक का वेतन दूसरे खाता में गया था। 

इस अनियमितता के संबंध में रेलवे सुरक्षा बल की जांच टीम द्वारा प्रारंभिक जांच में पाया गया कि उपरोक्त आरक्षी के अलावा अन्य स्टाफ का किसी भी सक्षम अधिकारी के अनुमति के बिना ही बैंक खाता को बदल कर उसमें राशि को भुगतान की गई है। इस मामले में कमांडेंट ने ग्राम पेरीखेड़ा, भाना पाटमपुर, जिला कानपुर नगर (उप्र) निवासी बिलिंग क्लर्क युवराज सिंह को तत्काल प्रभाव से निलवित कर दिया था। सहायक सुरक्षा आयुक्त ने एफआइआर युवराज सिंह, उसको पत्नी नीतू स्थित व अन्य अज्ञात के विरुद्ध कानून सम्मत कारवाई के लिए कोतवाली मुगलसराय में दर्ज कराया था। इसके बाद से आरपीएफ व कोतवाली पुलिस अपने-अपने स्तर जांच कर रही थी। 

हालांकि इस सम्बंध में सीओ अनिरुद्ध सिंह ने बताया कि बैंक के खाते के आधार पर साक्ष्य एकत्रित किया जा रहा ता है। जल्द ही आरोपी को पुलिस द्वारा धर दबोचा जाएगा।