महिला की मौत के बाद उप जिलाधिकारी अनुपम मिश्रा की सफाई, बीमारी से हुयी होगी मौत..उत्पीड़न की बात गलत

हालांकि इस गंभीर आरोप पर एसडीएम अनुपम मिश्रा ने अपनी प्रतिक्रिया देते हुए कहा कि भारतमाला परियोजना केंद्र सरकार की एक महत्वपूर्ण योजना है, जिससे लोगों को आवागमन में सुविधा मिलेगी और बड़े शहरों को जोड़ने में मदद मिलेगी।
 

रेवसां गांव में सदमे से महिला की मौत का मामला

गांव की निवासी नागेश्वरी देवी की मौत

उपजिलाधिकारी ने दी अपनी ओर से ये सफाई

चंदौली जिले के मुगलसराय तहसील अंतर्गत रेवसा गांव में भारतमाला परियोजना के तहत भूमि अधिग्रहण का कार्य जारी है। इसी प्रक्रिया के दौरान गांव की निवासी नागेश्वरी देवी (55 वर्ष) पत्नी राम सिंगर की शनिवार सायंकाल अचानक मौत हो गई। इस मामले में जब उपजिलाधिकारी पर आरोप लगा तो वह सफाई देने के लिए आगे आए और कहा कि अत्यधिक गर्मी या पूर्व से किसी बीमारी के चलते महिला की मृत्यु हो सकती है। उत्पीड़न का आरोप सरासर गलत है।

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मामले में आपको बताते चलें कि मृतका के पुत्र का आरोप है कि मुगलसराय के उप जिलाधिकारी अनुपम मिश्रा द्वारा घर खाली करने का अल्टीमेटम दिए जाने से उनकी मां को गहरा सदमा पहुंचा, जिससे उनकी मृत्यु हो गई। इसको लेकर गांव वालों में गुस्सा है।

हालांकि इस गंभीर आरोप पर एसडीएम अनुपम मिश्रा ने अपनी प्रतिक्रिया देते हुए कहा कि भारतमाला परियोजना केंद्र सरकार की एक महत्वपूर्ण योजना है, जिससे लोगों को आवागमन में सुविधा मिलेगी और बड़े शहरों को जोड़ने में मदद मिलेगी। एसडीएम ने बताया कि चार दिन पूर्व वह स्वयं रेवसा गांव पहुंचे थे और जिनकी भूमि इस परियोजना में आ रही है, उन सभी लोगों से सहमति पत्र लेकर मुआवजे की प्रक्रिया प्रारंभ की गई है। मृतका के पति राम सिंगर ने भी खुद तहसील में आकर सहमति पत्र व ज़रूरी कागजात जमा किए थे।

एसडीएम ने कहा कि अत्यधिक गर्मी या पूर्व से किसी बीमारी के चलते महिला की मृत्यु हुई हो सकती है। किसी प्रकार की मानसिक प्रताड़ना का आरोप पूरी तरह निराधार और दुर्भावनापूर्ण है। उन्होंने कहा कि सरकार की मंशा है कि किसानों को उनकी भूमि का उचित मुआवजा मिले और उनकी सहमति से ही अधिग्रहण किया जाए। यह दुर्भाग्यपूर्ण है कि उनके ऊपर झूठे आरोप लगाकर उन्हें बदनाम करने की कोशिश की जा रही है।

फिलहाल मामला चर्चा का विषय बना हुआ है और प्रशासनिक स्तर पर स्थिति स्पष्ट करने की कोशिश की जा रही है। हालांकि लोगों के द्वारा कहा जा रहा है कि प्रशासनिक लापरवाही की वजह से महिला की जान गयी है। बिना पूरा मुआवजा दिए गरीबों का घर उजाड़ने की कोशिश गलत है।