बरहुली गांव में कुश्ती प्रतियोगिता का आयोजन, प्राचीन कला को संरक्षित करने की पहल

सांसद वीरेंद्र सिंह ने कहा कि कुश्ती प्रतियोगिता कई दशकों से ग्रामीणों के सहयोग से आयोजित की जा रही है। इसमें जिले के अलावा पड़ोसी जनपदों के भी पहलवान प्रतिभाग करते हैं।
 

सांसद वीरेंद्र सिंह ने पहलवानों का हाथ मिलाकर किया शुभारंभ

स्थानीय व पड़ोसी जिलों के पहलवानों ने दिखाया दमखम

सांसद ने कुश्ती को संरक्षित करने की अपील

चंदौली जिले के अलीनगर थाना अंतर्गत बरहुली गांव में दंगल समिति बरहुली की ओर से बुधवार को कुश्ती प्रतियोगिता का आयोजन हुआ। प्रतियोगिता का शुभारंभ  सांसद वीरेंद्र सिंह, दंगल समिति के अध्यक्ष विजय यादव व जिला पंचायत सदस्य महेंद्र माही ने पहलवानों का हाथ मिलाकर किया।

आपको बता दें कि कुश्ती दंगल में जनपद सहित पड़ोसी जिलों के भी पहलवानों ने प्रतिभाग किया। इसमें कुल 46 जोड़ी कुश्तियां हुई। जिनमें कुल 27 कुश्तियां निर्णायक रही। वहीं 19 अनिर्णीत रहीं। निर्णीत कुश्तियों में बरहुली के सूरज पहलवान ने रानेपुर के राहुल को पटखनी दी।

वहीं रेवसा के श्यामसुंदर ने मिर्जापुर के अजय व रेवसा के सोनू ने मिर्जापुर के शाहीन को हराया। वही बिहार के सत्येंद्र ने जमानियां के बलवंत को पटखनी दी। जबकि बरहुली  के रामबाबू ने रानेपुर के गोलू और रामनगर के आकाश ने फगुइया के शिवम को पटखनी दी।

इस दौरान सांसद वीरेंद्र सिंह ने कहा कि कुश्ती प्रतियोगिता कई दशकों से ग्रामीणों के सहयोग से आयोजित की जा रही है। इसमें जिले के अलावा पड़ोसी जनपदों के भी पहलवान प्रतिभाग करते हैं। कहा कि कुश्ती प्राचीन भारतीय कला है। इसे संरक्षित करने के लिए सभी को भागीदारी निभानी चाहिए।

वही दंगल समिति के अध्यक्ष विजय यादव ने कहा कि ग्रामीण क्षेत्र में प्रतिभाओं की कमी नहीं है। सिर्फ उन्हें उचित मार्गदर्शन देने की जरूरत है। यदि ग्रामीण प्रतिभाओं को मार्गदर्शन मिलेगा तो वे भी राष्ट्रीय व अंतरराष्ट्रीय स्तर पर क्षेत्र व देश का नाम रोशन करेंगे।

इस मौके पर ओमबीर पहलवान, पंचम कवि, शंकर पाल, डॉ अखिलेश यादव, डॉ जेपी यादव, श्रवण यादव, लालता पाल, फूलचंद पहलवान, डॉ राजू बिंद, सनी यादव, रमेश पाल, नंदू पाल आदि मौजूद रहे। जबकि मौके पर समाजसेवी भोला बिंद, सद्दाम हुसैन उपस्थित रहे।