कार्तिक पूर्णिमा पर कोईलरवां हनुमान मंदिर पर लगा श्रद्धालुओं की भारी भीड़

हनुमान जी भी अपने भक्तों की मनोकामनाएं पूर्ण करते हैं। यहां प्रतिवर्ष कार्तिक पूर्णिमा को हजारों की तादात में लोग दर्शन पूजन को पहुंचते हैं, वहीं प्रसाद स्वरूप बाटी चोखा बना खाकर पिकनिक की तरह आनंद भी उठाते हैं।
 
चंद्र ग्रहण के बाद भी हजारों की संख्या में दर्शन पूजन करने को पहुंचे भक्त

चंदौली जिला के चकिया तहसील मुख्यालय से 25 किलोमीटर दूर गुठली नामक घनघोर जंगल में बसे कोइलरवां हनुमान जी मंदिर पर कार्तिक पूर्णिमा के अवसर पर श्रद्धालुओं की भारी भीड़ मंगलवार को जुटी रही। हालांकि चंद्रग्रहण के कारण मंदिर का कपाट बंद रहने के कारण श्रद्धालुओं को मंदिर के बाहर ही पुजारी द्वारा माला फूल लेकर चढ़ाया गया।

बताते हैं कि दक्षिण मुखी कोईलरवां हनुमान जी का मंदिर घनघोर जंगल में होने के बाद भी बड़े श्रद्धा भाव से लोग उनके दरबार में पहुंचते हैं, और दर्शन पूजन कर मत्था टेकते हैं। हनुमान जी भी अपने भक्तों की मनोकामनाएं पूर्ण करते हैं। यहां प्रतिवर्ष कार्तिक पूर्णिमा को हजारों की तादात में लोग दर्शन पूजन को पहुंचते हैं, वहीं प्रसाद स्वरूप बाटी चोखा बना खाकर पिकनिक की तरह आनंद भी उठाते हैं।

अबकी बार कार्तिक पूर्णिमा के अवसर पर मंदिर के कपाट बंद रहे, लेकिन श्रद्धालुओं की आस्था इसके बाद भी नहीं डिगा और आस्थावान भारी तादाद में हनुमान जी के दर्शन को पहुंच गए। ग्रहण के चलते मंदिर बंद रहने के कारण श्रद्धालु मंदिर के बाहर बैठे पुजारी को माला फूल देकर हनुमान जी में अपनी आस्था जताते हुए बाहर मत्था टेका और मिन्नतें की।

 कहते हैं कि सच्चे मन से भक्त अगर भगवान को याद करता है तो भगवान उसकी मुरादे जरूर पूरी करते हैं, कुछ ऐसा ही विश्वास लेकर भक्त श्रद्धालु कार्तिक पूर्णिमा को कोईलरवां हनुमान मंदिर पहुंचे थे, श्रद्धालुओं की भारी संख्या के कारण वहां मेले जैसा दृश्य उत्पन्न हो गया था जहां लोगों ने पूर्व की भांति बाटी चोखा बना खाकर पिकनिक की तरह आनंद भी उठाया।