नौगढ़ सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र पर मानसिक स्वास्थ्य मेला, 300 लोगों का हुआ उपचार
 

शिविर का उद्देश्य विकलांगता के मुद्दों की समझ बढ़ाना, दिव्यांगों की गरिमा, अधिकारों और कल्याण के लिए समर्थन जुटाना है। अधीक्षक डॉ अवधेश पटेल ने बताया कि मानसिक रोग किसी को भी हो सकता है।
 

 जिला मानसिक स्वास्थ्य इकाई की पहल

एसडीएम डॉ अतुल गुप्ता ने किया उद्घाटन

मानसिक रोगों को छिपाने की नहीं इलाज कराने की जरूरत

चंदौली जिले के नौगढ़ सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र पर  जिला मानसिक स्वास्थ्य इकाई की ओर से मंगलवार को एक बृहद मानसिक स्वास्थ्य शिविर का आयोजन किया गया। लगभग  300 मानसिक रोगियों का इलाज हुआ। सीएचसी नौगढ़ परिसर में आयोजित मानसिक स्वास्थ्य मेले का उद्घाटन मुख्य अतिथि एसडीएम डॉ अतुल गुप्ता व ब्लॉक प्रमुख प्रतिनिधि सुजीत उर्फ सुड्डू तथा भाजपा मंडल अध्यक्ष भगवानदास अग्रहरि के द्वारा संयुक्त रूप से फीता काटकर दीप प्रज्वलित कर किया गया।

अतिथियों ने कहा कि मानसिक रोग भी अन्य रोगों की तरह है। इसे छुपाए नहीं, उपचार के लिए आगे बढ़ें। किसी भी रोग का सही समय पर इलाज मिल जाए तो भविष्य में होने वाली परेशानियों से बचा जा सकता है। ‌ मनोरोग विशेषज्ञ डॉ नितेश सिंह  ने बताया कि मानसिक रोग होने पर इसे छिपाने की बजाए इलाज के लिए आगे आने की जरूरत है।

बताया कि शिविर का उद्देश्य विकलांगता के मुद्दों की समझ बढ़ाना, दिव्यांगों की गरिमा, अधिकारों और कल्याण के लिए समर्थन जुटाना है। अधीक्षक डॉ अवधेश पटेल ने बताया कि मानसिक रोग किसी को भी हो सकता है। इसे लेकर झाड़-फूंक और अंधविश्वास के चक्कर में नहीं पड़ना चाहिए। नींद न आना, चिंता, घबराहट, अवसाद, उलझन आदि का बना रहना, मिर्गी के दौरे, बेहोशी आना, बुद्धि का कम विकास मानसिक रोग के लक्षण हैं, जिनका इलाज संभव है।

 इस मौके पर एसीएमओ डॉ विजय प्रकाश, नोडल आईडीएसपी डॉ शरद मिश्रा, क्लीनिकल साइकोलॉजिस्ट डॉ अजय कुमार, साइकियाट्रिक डॉ अवधेश कुमार आदि लोग मौजूद रहे।