शिव विवाह का वर्णन सुनकर भाव विभोर हुए भक्त, शिव बारात में पहुंचे भूत-प्रेत-औघड़
नौगढ़ में दुर्गा मंदिर पर चल रही है संगीतमय श्री राम कथा
रमैया धाम के स्वामी देवेंद्रानंद ने सुनायी शिव पार्वती के विवाह की कथा
चंदौली जिले के तहसील नौगढ़ में दुर्गा मंदिर पोखरा पर रमैया धाम के स्वामी देवेंद्रानंद के सानिध्य में चल रही सात दिवसीय संगीतमय श्री राम कथा में शनिवार की रात बड़ी संख्या में श्रद्धालु पहुंचे। मानस मर्मज्ञ योगेश्वर राधेश्याम गिरी जी महाराज ने भक्तों को शिव पार्वती के विवाह की कथा का श्रवण कराते हुए कहा कि भगवान शिव की बारात जब हिमाचल पहुंची तो माता पार्वती के माता पिता बारात में सम्मिलित भूत, प्रेत औघड़ को देखकर चकित रह गए।
कथा मर्मज्ञ ने बताया कि माता पार्वती के विवाह में उनकी तरफ से उच्च कुलों के राजा-महाराजा शामिल हुए, लेकिन शिव की ओर से कोई रिश्तेदार नहीं पहुंचा था, क्योंकि वे किसी भी परिवार से ताल्लुक नहीं रखते। श्री राम कथा में उपस्थित श्रद्धालुओं के समक्ष भगवान शिव और पार्वती विवाह का रोचक प्रसंग का व्याख्यान करते हुए कथावाचक ने कहा कि शिव दुनिया के सबसे तेजस्वी थे। वे पार्वती को अपने जीवन का हिस्सा बनाने वाले थे। भगवन शिव एवं पार्वती की शादी में सभी देवी देवता और असुर भी वहां पहुंचे। जानवर, कीड़े-मकोड़े और सारे जीव उनके विवाह में उपस्थित हुए। यहां तक कि भूत-पिशाच भी उनके विवाह में बाराती बन कर पहुंचे।
भगवान शिव एवं पार्वती के विवाह की कथा सुन पण्डाल में उपस्थित महिला, पुरुष भक्त श्रद्धालु भाव विभोर हो गए। कथा के दौरान बीच-बीच में मनोहर गीत प्रस्तुत किया गया। शिव एवं पार्वती के विवाह की प्रस्तुति से पण्डाल पूरी तरह से भक्तिमय हो गया था।
श्री राम कथा के मुख्य यजमान शिवनारायण जायसवाल व सुनीति रामायणी ने भगवान की आरती के बाद सबको प्रसाद वितरण कराया। इस मौके पर व्यापार मंडल अध्यक्ष सूरज केशरी, कांता जायसवाल, गुलाब केशरी, रमेश उर्फ पप्पू केसरी, शंकर सोनी, राजू पांडे, आदि श्रद्धालु उपस्थित रहे।